उन्होंने कांताराव को कहा कि छिंदवाड़ा में भाजपा के प्रत्याशी और 29 पोलिंग एजेंट को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, उन पर गैरजमानती धारा लगाई गई है। जिससे ये एजेंट मतगणना में कार्य न कर सकें। कलेक्टर, एसपी यह कार्रवाई 23 मार्च के बाद भी कर सकते थे।
इसके जवाब में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने उन्हें बताया कि प्रत्याशी सहित सभी 29 एजेंटों को जमानत दे दी गई हैं, वे काउंटिंग में भी एजेंट बनाए जा सकेंगे। इस संबंध में कलेक्टरों को भी दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। शांतिलाल लोढ़ा ने बताया कि बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि अगर एजेंटो और प्रत्याशियों को जमानत नहीं दी गई तो इसके गंभीर परिणाम होगे, कलेक्टर द्वारा इस तरह की कार्रवाई को उन्होंने गलत बताया।
वहीं बैठक के दौरान कांग्रेस के प्रतिनिधि जेपी धनोपिया ने मतगणन स्थल पर वीएसएनएल का नेटवर्क लगाया जाए, जिओ तथा अन्य का मोबाइल कंपनियों के नेटावर्क नहीं दिए जाएं।
सीईओ को बुलाओ तभी होगी बैठक