ज्ञापन ने भाजपा ने आरोप लगाया है कि झाबुआ विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के कई नेता एवं एक दर्जन से अधिक मंत्री यहां दिन-रात गांव-गांव घूमकर आदिवासियों को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं।
कांग्रेस को वोट देने के लिए दबाव भी बनाया जा रहा है। वर्तमान में वहां तैनात आब्र्जवर स्थानीय भाषा से परिचित न होने के कारण वे क्षेत्र में अपने प्रभाव का सही इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं।
उन्हें सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों का सहयोग नहीं मिल रहा है। राणापुर क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया का प्रभाव वहां के मतदाता दबाव में हैं। झाबुआ जिले की सीमा राजस्थान से लगी हुई है, वहां भी कांग्रेस का शासन है। इसलिए राजस्थान सीमा से कांग्रेस कार्यकर्ता गाडिय़ों के माध्यम से पैसा एवं प्रलोभन की सामग्री धोती, साडिय़ां, कंबल इत्यादि पहुंचाकर आदिवासी मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं।
इसलिए राजस्थान के रास्ते आने वाली सामग्री पर नजर रखने के लिए छोटे-छोटे चैकपोस्ट बनाए जाएं। भाजपा ने एक अन्य ज्ञापन के माध्यम से झाबुआ क्षेत्र में फर्जी मतदान की जताई आशंका। इसके लिए भाजपा ने आदिवासी क्षेत्रों के संदिग्ध मतदान केन्द्रों की सूची राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को सौंपी। इसमें छह सेक्टर के 26 मतदान केन्द्रों के नाम शामिल हैं। भाजपा ने इन केन्द्रों में विशेष सुरक्षा इंतजाम किए जाने की मांग आयोग से की है।