आप सभी ने मध्यप्रदेश की स्थिति 2003 के आस पास देखी ही होगी। पर, शिवराज की सरकार आने के बाद मध्यप्रदेश की स्थिति आप देख ही सकते है। उनकी योजनाएं भी बहुत सटीक होती है। वे पहले यह देखते हैं कि कहां कहां बदलाव की जरूरत है। यहां उन्होंने योजनाओं के लाभ पर भी बात रखी, साथ ही मुरैना क्षेत्र में हुई एक घटना का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा में चेहरे को लेकर कोई संशय नहीं है। हम पहले दोनों चुनाव भी शिवराज सिंह के नेतृत्व में जीते हैं। वहीं कांग्रेस में बड़े चेहरों को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस में भी कोई नए चेहरे नहीं हैं, जो करिश्मा कर देंगे। ये कांग्रेस के पूराने चेहरे केवल नए कपड़े में हैं।
उन्होंने कहा कि राहुल की सरकार 10 साल रही तो थी, लेकिन हुआ क्या, उन्होंने किसका बिल फाड़ा था। भाजपा में किसका क्रेज…
इस सवाल में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि काम तो संगठन ही करता है।जब तक कार्यकर्ता काम नहीं करता, तब तक जीत मुश्किल है। उन्होंने यहां ये भी कहा कि 14 जुलाई को अध्यक्ष अमित शाह से साफ कर दिया है कि चुनाव शिवराज के नेतृत्व में ही होगा।
भारतवर्ष की जनता की अटूट विश्वास
मोदी के विरोध में तमाम दल एक हो गए है। भाजपा उसका सामना कैसे करेगी? इस बात पर नरेन्द्र जी ने कहा कि हमें भारतवर्ष की जनता पर अटूट विश्वास है। यह मोदी जी का सौभाग्य है कि देश की जनता ने उन पर विश्वास किया। देश की जनता समझदार है। जब मोदी जी ने नोटबंदी की, तब बहुत से दलों ने कहा कि अब मोदी की सरकार नहीं बन पाएगी। पर, जनता ने खुद ही मोदी का सपोर्ट किया। ऐसा ही कुछ जीएसटी के वक्त भी हुआ।
वंशवाद पर बात की
नरेन्द्र तोमर ने वंशवाद का मतलब बताते हुए कहा कि अगर किसी पॉलीटिशयन का बेटा स्वयं राजनीति में आना चाहे तो आ सकता है। पर, अगर वह सिर्फ इसलिए राजनीति में आना चाहे कि उसके घर के लोग राजनीति में है तो यह वंशवाद है। जैसा ही राहुल जी ने किया।