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Election2019: भाजपा में टिकट वितरण को लेकर घमासान, नेताओं में मचा हड़कंप!

locationभोपालPublished: Apr 04, 2019 01:08:04 pm

Submitted by:

KRISHNAKANT SHUKLA

BJP में टिकट वितरण को लेकर नेताओं में मचा घमासान, टिकट काटकर ढाल सिंह को प्रत्याशी बनाने से सांसद नाराज, खरीदा नामांकन फॉर्म, बगावत पर बोधसिंह, मनाने पहुंचे सुहास भगत, सभी प्रयास विफल

bjp controversy on election ticket

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भोपाल. भाजपा में विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। बालाघाट से भाजपा सांसद बोधसिंह भगत टिकट कटने से बगावत पर उतर आए हैं। पार्टी ने यहां ढालसिंह बिसेन को लोकसभा चुनाव का प्रत्याशी घोषित किया है। इसके बावजूद बोधसिंह ने नामांकन फॉर्म खरीद लिया है। इसके बाद प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत बुधवार को उनको मनाने बालाघाट पहुंचे, लेकिन वार्ता विफल रही है।

बालाघाट जिला भाजपा अध्यक्ष रमेश रंगलानी के निवासी पर सुहास भगत और बोधसिंह के बीच मंत्रणा हुई। यहां पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन भी मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक सुहास ने बोधङ्क्षसह से निर्दलीय नामांकन पत्र ना भरने के लिए तो कहा, लेकिन यह भी साफ कर दिया कि ढालसिंह का टिकट नहीं बदलेगा।

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बोधसिंह को भविष्य में अहम जिम्मेदारी देने का भरोसा दिलाया गया। हालांकि बोधसिंह इस बात पर राजी नहीं हैं। अब एक-दो दिन में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उन्हें भोपाल बुलाकर चर्चा कर सकते हैं।

चुनाव तो जरूर लड़ूंगा
सूत्रों के मुताबिक बोधसिंह कांग्रेस के संपर्क में भी हैं। उन्होंने कहा है कि वे चुनाव जरूर लड़ेेंगे। कांग्रेस में जाने के सवाल पर बोले- अभी कोई निर्णय नहीं किया है। वक्त आने पर कदम उठाऊंगा।

बिसेन से है अदावत
बोधसिंह और गौरीशंकर बिसेन के बीच पुरानी अदावत है। जून 2017 में दोनों नेताओं के बीच सार्वजनिक रूप से एक कार्यक्रम के मंच पर ही झगड़ा हो गया था। बोधसिंह ने आरोप लगाया है कि बिसेन ने अपनी बेटी मौसम को चुनाव लड़वाने के लिए ही उनका टिकट कटवाया है।

कांग्रेस नेता तैनात

कांग्रेस बालाघाट से मधु भगत को टिकट दे चुकी है, लेकिन बोधसिंह को चुनाव के बाद किसी दूसरे पद पर नियुक्ति दी जा सकती है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने महाकौशल के कुछ विश्वस्त नेताओं को बोधसिंह को साधने के लिए तैनात किया है।
पार्टी के कई नेता नाराज हैं

शहडोल में काग्रेस से भाजपा में आईं हिमाद्री सिंह को टिकट देने से नाराज सांसद ज्ञान सिंह निर्दलीय चुनाव लडऩे का ऐलान कर चुके हैं। भिंड से टिकट नहीं मिलने से नाराज महापौर अशोक अर्गल कांग्रेस में जाने की घोषणा कर चुके हैं।
टीकमगढ़ में वीरेंद्र कुमार खटीक को दोबारा टिकट देने से नाराज स्थानीय नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है। यहां पूर्व विधायक आरडी प्रजापति अगुवाई कर रह हैं। मंदसौर में बंशीलाल गुर्जर तो राजगढ़ में स्थानीय कार्यकर्ता टिकट वितरण से नाराज हैं।

सीधी में पूर्व जिला अध्यक्ष छोड़ी पार्टी

सीधी में भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष लालचंद गुप्ता ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। गुप्ता को विधानसभा चुनाव के पहले अध्यक्ष पद से हटाया था। वे अभी प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य थे। उन्होंने रीति पाठक को फिर से टिकट देने के विरोध में इस्तीफा दिया है।

लालचंद गुप्ता का कहना है कि भाजपा में जमीनी कार्यकर्ताओं का कोई भविष्य नहीं है। ऊपर से थोपे गए नेताओं को पद और टिकट मिलते हैं, दरी बिछाने वालों की उपेक्षा होती है। इससे पहले सिंगरौली के जिला अध्यक्ष कांतिदेव सिंह भी इस्तीफा दे चुके हैं।

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