भोपाल

6 मं त्रियों सहित 70 बीजेपी विधायकों का टिकट कटना तय

भाजपा की अंतिम सर्वे रिपोर्ट में सामने आई विधायकों की एंटीइम्बेंसी

भोपालSep 19, 2018 / 09:54 pm

harish divekar

BJP

 
भारतीय जनता पार्टी इस बार करो या मरो के मोड पर विधानसभा चुनाव में उतरना चाहती है, इसके लिए वो मंत्री सहित कई विधायकों के टिकट काटने का मन बना चुकी है। भाजपा और आरएसएस के विभिन्न स्तर के सर्वे में कई मंत्रियों और विधायकों के खिलाफ खासी एंटीइकम्बेंसी सामने आई है। इनमें मुख्य रुप से कुसुम महदेले, हर्ष सिंह, सूर्य प्रकाश मीणा, सुरेन्द्र पटवा, गौरीशंकर शेजवार, शरद जैन और ओमप्रकाश धूर्वे के नाम शामिल हैं। पार्टी का मानना है कि इनके टिकट काटने के बाद इन सीटों पर नए चेहरे को उतारकर चुनाव जीता जा सकता है। हालांकि, पार्टी इस बात को लेकर भी चिंतित है कि इतनी बडी संख्या में टिकट काटने से कहीं ये लोग विभिषण न बन जाएं। दरअसल, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने इंदौर दौरे पर 30 बीजेपी विधायकों से चर्चा का बयान देकर भाजपा के संदेह का पुख्ता करने का काम किया है।

भाजपा ने इस मामले की पूरी रिपोर्ट तैयार कर दिल्ली हाईकमान को भेज दी है। वैसे भी इस बार प्रदेश में टिकट वितरण में भाजपा हाईकमान और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की खास भूमिका देखी जा रही है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि टिकट वितरण में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर की भूमिका तो अहम रहेगी, लेकिन इस मामले में सारे अंतिम फैसले शाह के अकबर रोड स्थित बंगले से ही होगा।
अब तक के सभी सर्वे में जिन विधायकों की निगेटिव रिपोर्ट आई है उन्हें पार्टी ने उनकी परफॉर्मेंस रिपोर्ट के आधार पर टिकट कटने के संकेत दे दिए हैं। ऐसे विधायकों को पार्टी की ओर से तल्ख लहजे में कहा गया है कि वे संगठन में भी अपनी भूमिका निभाएं और टिकट चयन का फैसला हाईकमान को करना है।
 

 

 

पार्टी ने परफारमेंस सुधारने के दिए थे अवसर
भाजपा संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि पार्टी के सर्वे में एक दर्जन मंत्री समेत करीब 100 विधायकों की परफार्मेंस रिपोर्ट सही नहीं आने पर इन सभी को अपना परफार्मेंस है। पिछले महीने पहले पार्टी ने विधायकों को परफार्मेंंस सुधारने के लिए अवसर दिया था।

इनमें से कई विधायकों ने दिन रात मैदानी काम करके अपने खिलाफ उपजी एंटीइम्बेंसी को कवर भी किया, लेकिन कुछ विधायक आज भी मैदान के साथ अपने कार्यकर्ताओं से कटे हुए हैं। ये विधायक ऐसे हैं, जिनका स्थानीय स्तर पर खुद भाजपा में ही विरोध हो रहा है। पार्टी भी इनके कामकाज से संतुष्ठ नहीं है। इनमें से 40 करीब विधायक ऐसे हैं,जो घर बैठ गए हैं। वे सिर्फ अपने आकाओं के दम पर टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। ऐसे विधायकों को इस बार टिकट कटना तय है।

कांग्रेस—सपाक्स पर नजर
पार्टी से टिकट कटने के संकेत मिलते ही कुछ विधायक कांग्रेस—सपाक्स पर नजर लगाए हुए है। हालांकि अभी तक किसी ने भी खुलकर इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन ये लोग अपने खास समर्थकों के माध्यम से दोनों दलों के उच्च स्तर के नेतृत्व से संपर्क में है।

…इसलिए दिया कमलनाथ का बयान
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के 30 विधायकों के संपर्क में होने के बयान से भाजपा में हड़कंप मचा हुआ है। नाथ के बयान के पीछे की वजह यह है कि पिछले एक पखवाड़ के भीतर भाजपा के एक दर्जन से ज्यादा नेताओं ने कमलनाथ एवं उनके करीबी लोगों से बंद कमरे में मुलाकात की है।

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