इनसे संपर्क कर उनके समर्थकों, अनुयायियों और श्रद्धालुओं तक पहुंच बढ़ाई जाएगी। दूसरी ओर कांग्रेसी नेता भी सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर चलते हुए प्रदेश के मंदिरों में पहुंच रहे हैं। वहीं कांग्रेस ब्लॉक स्तर पर संघ के खिलाफ प्रदर्शन करने जा रही है।
धार्मिक और सामाजिक प्रबंधन पर जोर
भाजपा धार्मिक और सामाजिक प्रबंधन पर जोर दे रही है। सामाजिक समीकरण के तहत एससी, ओबीसी और महिलाओं की जानकारी भी बूथवार जुटा रही है। हर बूथ पर 21 सदस्यीय कमेटी बनाई जा रही है, जिसमें एक अध्यक्ष, दो उपाध्यक्ष और एक महासचिव रहेगा। इसमें एससी और महिला सदस्य अनिवार्य होंगी। कार्यकर्ताओं से प्रभावशाली व्यक्तियों की जानकारी मांगी गई है, जिनके नाम, पता और फोन नंबर की जानकारी ली जा रही है।
कांग्रेस का सॉफ्ट हिंदुत्व
कांग्रेस भी सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर है। गुजरात और कर्नाटक के बाद प्रदेश में भी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी यही रास्ता अपना रहे हैं। राहुल प्रदेश की यात्रा ओंकारेश्वर में ज्योतिर्लिंग के दर्शन से शुरू करेंगे। वे पीताबंरा, मैहर, महाकाल समेत अन्य धार्मिक स्थानों पर जाएंगे। मुख्यमंत्री की जनआशीर्वाद यात्रा उज्जैन के महाकाल मंदिर से शुरू हुई। वहीं, यात्रा के दौरान सीएम पीताबंरा माई और मैहर की शारदा माता के दर्शन करने भी गए।
कांंग्रेस ब्लॉक स्तर पर आरएसएस के खिलाफ प्रदर्शन करने वाली है। कांग्रेस को लगता है कि संघ के कारण ही भाजपा को हिंदुत्ववादी पार्टी माना जाता है, इसलिए कांग्रेस ने संघ के खिलाफ प्रदेश में व्यापक प्रदर्शन की योजना बनाई है। सभी जिला कमेटियों को पीसीसी से पत्र भेजा गया है, जिसमें स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि वे ब्लॉकस्तर पर संघ के खिलाफ प्रभावी प्रदर्शन करें।
डॉ. दीपक विजयवर्गीय, मुख्य प्रवक्ता, भाजपा
चंद्रप्रभाष शेखर, संगठन प्रभारी, कांग्रेस