भाजपा सरकार को भाया कमलनाथ का गौशाला मॉडल
भोपालPublished: Jun 16, 2020 07:46:54 pm
4 हजार और बनाने की तैयारी
मनरेगा फंड से बनेंगी गौशालाएंगायों को आसरा, मजदूरों को काम
भाजपा सरकार को भाया कमलनाथ का गौशाला मॉडल
भोपाल : प्रदेश की शिवराज सरकार भले ही कमलनाथ सरकार की कर्ज माफी और इंदिरा गृह ज्योति येाजना पर ताला डाल रही हो लेकिन उसको कांग्रेस सरकार का गौशाला मॉडल बहुत पसंद आया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चार हजार गौशालाओं का निर्माण कराने की तैयारी कर रहे हैं। इन गौशालाओं का निर्माण पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मनरेगा से करवाएगा। इसके पीछे सरकार का मकसद बेसहारा गायों को सहारा देने के साथ मनरेगा के जरिए प्रदेश में लौट लाखों प्रवासी मजदूरों को काम देना भी है। इनका निर्माण भी कमलनाथ सरकार के समय से बन रहीं एक हजार गौशालाओं की तरह ही रहेगा। इन एक हजार गौशालाओं में से प्रत्येक गौशाला पर करीब 35 लाख रुपए खर्च किए गए। एक गौशाला को पांच एकड़ जमीन दी गई है। एक गौशाला में 100 गायों को रहने की व्यवस्था रहेगी।
प्रदेश में बेसहारा हैं 10 लाख गायें :
प्रदेश में सरकार की तरफ से बनाई जा रही एक हजार गौशालाओं में से 600 बन कर तैयार हो गई हैं लेकिन सिर्फ 150 गौशालाएं ही संचालित हो पा रही हैं। इनमें से कुछ स्व सहायता समूह के भरोसे हैं तो कुछ गौशालाओं को ग्राम पंचायतें संचालित कर रही हैं। लेबर की कमी बाकी गौशालाओं का काम रुक गया था। संचालित गौशालाओं को दो महीने के रख-रखाव और चारे के लिए एक लाख बीस हजार रुपए प्रति गौशाला के हिसाब से पहले ही जारी किए जा सके हैं। प्रदेश में 1 करोड़ 80 लाख गौवंश है जो पशुपालकों के पास है। प्रदेश में कुल पशुओं की संख्या साढ़े तीन करोड़ से ज्यादा है। दस लाख गायें ऐसी हैं जो बेसहारा हैं। गौशालाओं का संचालन न होने से इनको भी अभी आशियाना नहीं मिला है। प्रदेश में तो चारे या भूसे का संकट नहीं है लेकिन परिवहन बंद होने से पशुओं के लिए दाना नहीं आ पाया, जिससे दूध उत्पादन की मात्रा कम हो गई है।
गौशालाओं का उपचुनाव कनेक्शन :
प्रदेश में बन चुकी एक हजार गौशालाओं का आने वाले उपचुनाव का कनेक्शन भी है। इनमें से करीब 250 गौशालाएं ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की 16 सीटों पर आती हैं। ग्वालियर में 30, भिंड में 50, मुरैना में 30, शिवपुरी में 30, श्योपुर में 15, गुना में 30, अशोकनगर में 30 और दतिया में 20 गौशालाएं बनाई गई हैं। सूत्रों की मानें तो इन गौशालाओं का लोकार्पण मंत्री और विधायक करेंगे ताकि इसका राजनीतिक फायदा उठाया जा सके।