राज्यसभा सांसद एवं भाजपा के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (@JM_Scindia) एक बार फिर मध्यप्रदेश के दौरे पर हैं। वे रविवार रात को ही ग्वालियर पहुंचे। इसके बाद मंगलवार सुबह शिवपुरी, गुना और अशोक नगर के दौरे पर निकल पड़े। सिंधिया बुधवार को भोपाल में रहेंगे। इस दौरान उनकी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और संगठन के बड़े नेताओं से मुलाकात का कार्यक्रम है। उनके इस दौरे से कई सियासी मायने निकाले जाने लगे हैं। लोग इसे निगम-मंडल में अपने समर्थकों की नियुक्ति, संगठन और मंत्रिमंडल विस्तार से जोड़कर देख रहे हैं। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि सिंधिया जल्द ही केंद्र की मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने जा रहे हैं। इसे लेकर भी वे भाजपा के बड़े नेताओं से संपर्क कर रहे हैं।
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शिवपुरी में मेडिकल कॉलेज का किया निरीक्षण
इससे पहले सिंधिया अपने कई समर्थकों के साथ शिवपुरी, गुना और अशोक नगर के दौरे पर निकल पड़े। मंगलवार सुबह शिवपुरी पहुंचे सिंधिया ने मेडिकल कालेज के कार्यक्रम में भी गए। इस मौके पर मीडिया से बातचीत में सिंधिया ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए बहुत जद्दोजहद करनी पड़ी। हमारा प्रयास है कि जब तीसरी लहर आए तो हम पूरी तरह से तैयार रहें। सिंधिया ने कहा कि हम शिवपुरी को मध्यप्रदेश का केंद्र बनाने का प्रयास कर रहे हैं। सिंधिया ने कहा कि मुझे सियासत में कोई दिलचस्पी नहीं है। इस मौके पर सिंधिया ने मेडिकल कालेज के स्टाफ को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया। सिंधिया ने कहा कि जिस तरह एक बीज लगाकर उसे खाद-पानी देकर वृक्ष बनाया जाता है, उसी तरह शिवपुरी में करोड़ों के विकास कार्यों को करवाया है, जो अब मूर्त रूप ले चुके हैं।
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भदौरिया के घर करेंगे डिनर
भोपाल दौरे पर सिंधिया मंत्री और विधायकों से मुलाकात करेंगे। वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा समेत आरएसएस के पदाधिकारियों के साथ मुलाकात करेंगे। सिंधिया सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया (@bhadoriabjp) के घर डिनर करेंगे। माना जा रहा है कि इस दौरान राजनीतिक और निगम मंडलों पर भी चर्चा होगी। चर्चा का विषय है कि सिंधिया के लगातार दौरे से उनकी सक्रियता बढ़ गई है। जब तक निगम मंडल की नियुक्ति नहीं होती, जब तक केंद्रीय मंत्रिमंडल में सिधिया को केंद्र में मंत्री बनने तक यह अटकलें जारी रहेंगी।
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इन नेताओं को नहीं मिला पद
मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार गिराने के बाद भाजपा में शामिल हुए सिंधिया समर्थकों में से कई लोगों को तो मंत्री पद मिल गया, लेकिन जो नेता चुनाव हार गए थे, उन्हें किसी निगम-मंडल में एडजस्ट अब तक नहीं किया जा सका है। इसके अलावा भी कई नेता ऐसे हैं जो कांग्रेस संगठन छोड़कर सिंधिया के साथ चले आए थे। उन्हें 8 जून को घोषित हुई भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति में शामिल किया गया। इसके बाद 9 जून को सिंधिया भोपाल पहुंचे थे।
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इनको है पद का इंतजार
सिंधिया के समर्थक नेताओं को पद का इंतजार है। इनमें पूर्व मंत्री इमरती देवी, गिर्राज दंडोतिया और एंदल सिंह कंषाना प्रमुख हैं। यह लोग चुनाव हार गए थे, इसलिए इन्हें मंत्री नहीं बनाया जा सका। इसके एवज में इन्हें निगम मंडलों में एडजस्ट किए जाने की चर्चा काफी समय से चल रही है। यह लोग भी चाहते हैं कि किसी पद पर इन्हें एडजस्ट कर दिया जाए। इनके अलावा कुछ समर्थक नेताओं को आठ जून को गठित प्रदेश कार्यसमिति में जगह दी गई है।
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फिर तीन दिन के दौरे पर
सिंधिया 22 से 24 जून तक मध्यप्रदेश में रहेंगे। इस दौरान वे शिवपुरी, गुना, अशोकनगर के साथ ही भोपाल के दौरे पर रहेंगे। 24 जून को भोपाल में होने वाली भाजपा कार्यसमिति की पहली बैठक में भी शिरकत करेंगे। इस बैठक का शुभारंभ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करने वाले हैं। यह बैठक वर्चुअल होगी।
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ग्वालियर-चंबल में पैठ
सिंधिया अपने दौरे में ग्वालियर-चंबल के नेताओं से लगातार मुलाकात कर रहे हैं। माना जा रहा है कि वे इन अंचलों के नेताओं में पैठ बढ़ा रहे हैं। इससे पहले दौरे के वक्त 11 जून को अपने धुर विरोधी माने जाने वाले जयभान सिंह पवैया के निवास पर मिलने गए थे।