ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मैं एक क्रिकेट का प्रेमी हूं और कोरोना को लेकर में क्रिकेट की भाषा में कहूं तो कोरोना के बाउंसर पर एक हुक शॉट लगा कर भारत ने इसे बाउंड्री के पार करा दिया है। विश्व में रिकवरी रेट 70 फीसदी है और भारत में 97 फीसदी है जो विश्व का सबसे बड़ा आंकड़ा है। वहीं, कोरोना का दूसरा वेब भारत को छू भी नहीं पाया। नेतृत्व ने सही समय पर सही फैसला लिया है।
सिंधिया ने कहा कि कोरोना के कारण देस में लॉकडाउन लगाया गया जिसका मकसद इस देश के लोगों की जिंदगी बचाना था और 1975 में एक इमरजेंसी लगाई गई थी जिसमें लोगों को अधिकार छिन लिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा मैं ये बता जब वहां बैठता था (जब कांग्रेस में था) तब भी गलत को गलत कहता था और आज भी कहता हूं। जो गलत है वो गलत है और जो सही है वो सही है। इसके साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पर हमला करते हुए इमरजेंसी की याद दिलाई। उस दौरान पूरे देश को जेलखाना बनाया गया था।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किसान को अन्नदाता कहा जाता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि किसान किसी एक जिले और राज्य का नहीं बल्कि पूरे विश्व का पेट भरता है। किसान इस देस की रीढ़ है। लेकिन 26 जनवरी को इस देश में जो हुआ उसे सबने देखा। आज जो कृषि बिल का विरोध कर रहे हैं। उन्हें मैं बताना चाहूंगा कि इस देश में 2019 में कांग्रेस के घोषणा पत्र में किया था। उन्होंने कहा कि किसानों से जरूर बात होनी चाहिए। सरकार ने 18 महीने तक कानून को स्थगित करने के फैसले भी लिए हैं। कांग्रेस कभी ऐसे ही कानूनों का वकालत करती थी लेकिन आज वह सवाल उठा रहे हैं। 2019 के कांग्रेस की घोषणा पत्र में यह बातें थीं।
शरद पवार ने कृषि कानूनों के लिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को खत भी लिखा था। लेकिन आज यहीं लोग कृषि बिल का विरोध कर रहे हैं। अखिलेश यादव पर भी निशाना
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अखिलेश यादव का बिना नाम लेते हुए कहा कि हमला बोला। सिंधिया ने कहा- एक नेता ने कहा- हम बीजेपी की वैक्सीन नहीं लगवाएंगे। सिंधिया ने कहा कि वैक्सीन का भी कोई राजनीतिक रंग होता है। ऐसे लोग सिर्फ सवाल उठाते थे।