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मोदी के इस गुप्त मंत्र को लेकर भोपाल आये है Amit Shah, पहले ही हो चुकी सारी प्लानिंग

locationभोपालPublished: Aug 18, 2017 10:09:00 am

Submitted by:

Juhi Mishra

 डेढ़ हजार पुलिस बल शाह की सुरक्षा में तैनात रहेगा। शाह 20 अगस्त तक शहर में रहेंगे।

BJP National President Amit Shah Bhopal Visit Program Details

BJP National President Amit Shah Bhopal Visit Program Details

 भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद अमित भाई शाह के तीन दिवसीय भोपाल दौरे के साथ ही उनके स्वागत में आयोजित वाहन रैली के कारण शुक्रवार को शहर के कई मार्गों का ट्रैफिक करीब डेढ़ घंटे तक के लिए बंद रहेगा। ट्रैफिक पुलिस ने आमजनता को असुविधा नहीं हो इसके लिए कई मार्गों के रूट डायवर्ट किए हैं। डेढ़ हजार पुलिस बल शाह की सुरक्षा में तैनात रहेगा। शाह 20 अगस्त तक शहर में रहेंगे।
9.10 बजे से इन रास्तों से नहीं जाएं
शुक्रवार सुबह करीब 9.10 बजे शाह वीआईपी गेस्ट हाउस से रवाना होंगे। उनका काफिला सीधे लालघाटी चौराहे पर रुकेगा, जहां, शाह पंडित दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति का अनावरण करेंगे। करीब 9.30 बजे भाजपा कार्यकर्ताओं की वाहन रैली के साथ उनका काफिला लालघाटी चौराहा से वीआईपी रोड, रेतघाट तिराहा, किलोल पार्क, पॉलिटेक्निक चौराहा, रोशनपुरा चौराहा, अपेक्स बैंक तिराहा, 1250 चौराहा, अर्जुन नगर चौराहा, सात नम्बर होते हुए प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचेंगे।
शाह का जगह-जगह स्वागत किया जाएगा। ऐसे में तय समय से अधिक वक्त लगेगा। रैली के दौरान शहर में बड़े वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद रहेगी।

इन मार्गों से जाएं
एयरपोर्ट से आने वाले वाहनों को परिवर्तित मार्ग गांधी नगर तिराहा, करोंद चौराहा, बेस्ट प्राइज तिराहा, जेपी नगर रेल्वे ओव्हर ब्रिज होते हुए बस स्टैंड हमीदिया रोड भारत टॉकीज तिराहे की ओर आवागमन कर सकेंगे। इसी तरह रैली मार्ग रोशनपुरा चौराहा, पॉलिटेक्निक चौराहा, रेतघाट तिराहा से मोती मस्जिद से होकर जा सकेंगे।
बीजेपी कार्यालय के पास कड़ा पहरा
पुलिस ने भाजपा कार्यालय के चारों तरफ सख्त सुरक्षा व्यवस्था कर रखी है। आवश्यकतानुसार बीजेपी कार्यालय के पास ट्रैफिक डायवर्ट होता रहेगा। ऐसे में बीजेपी कार्यालय की तरफ आने-जाने वाले वाहन सुभाष स्कूल तिराहा से बिट्टन मार्केट, राजीव गांधी चौराहा, बांसखेड़ी फे्रक्चर हॉस्पिटल होकर आवागमन कर सकेंगे। सुरक्षा की दृष्टि से बीजेपी कार्यालय के आस-पास की दुकानें भी पुलिस बंद कराएगी, ताकि भीड़ नहीं लगे।
टिफिन पार्टी का प्रयोग बताएंगे
प्रदेश भाजपा अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष को टिफिन पार्टी के प्रयोग को भी बता सकती है। शिवराज सरकार ने टिफिन कैबिनेट का नवाचार किया था। इसके तहत कैबिनेट में मंत्रीगण अपने-अपने घर से टिफिन लेकर पहुंचे थे। इसी को विस्तार देकर पार्टी अब सीएम हाउस और जिलों में भी कार्यकर्ताओं के घरों से टिफिन बुलाकर संवाद प्रस्तावित है। इसे भी नवाचार के तहत शाह के सामने बताया जा सकता है।
मंत्रियों से परफॉर्मेंस जानेंगे शाह
भा जपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह शुक्रवार को शिवराज सरकार के मंत्रियों से परफार्मेंस पर संवाद भी करेंगे। इसमें मंत्रियों के विभागों की रिपोर्ट, नवाचार और भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस पर बात होगी। इसके अलावा मिशन 2018 के लिए सरकार के विजन को लेकर भी संवाद हो सकता है।
राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में सरकार का आगे के डेढ़ साल के कामकाज की दिशा तय होगी। सत्ता और संगठन के समन्वय के साथ काम करने को लेकर शाह दिशा-निर्देश देंगे। इसके अलावा हर विभाग की उपलब्धियों की रिपोर्ट तैयार की गई है। इसमें नवाचार भी शामिल किए गए हैं। यह रिपोट्र्स पहले से शाह के पास पहुंच जाएंगे। शाह इन रिपोट्र्स के आधार पर मंत्रियों से बात करेंगे। सूत्रों के मुताबिक शाह मंत्रियों से उनके विभागों और भ्रष्टाचार के मामलों से लेकर जनता के हित की बातों पर संवाद कर सकते हैं। शाह ने मंत्रियों के कामकाज को लेकर अपनी टीम के स्तर पर भी पूर्व में फीडबैक लिया है। इस कारण फीडबैक के आधार पर मंत्रियों से सवाल-जवाब होंगे।
भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस
सरकार की कोशिश है कि शाह के सामने मध्यप्रदेश के भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस के कदमों को बताए। इसके तहत देश में बिहार के बाद मध्यप्रदेश में ही भ्रष्टों की सम्पत्ति को राजसात करने के कानून को बताने के साथ अन्य कदम बताएं जाएंगे। इंदौर में एक अफसर का भवन राजसात करके स्कूल खोलने के प्रयोग को भी शाह के सामने बताया जा सकता है। शाह की मंत्रियों से करीब एक घंटे की मुलाकात होगी। इसमें कोर डिपार्टमेंट के मंत्री अहम रहेंगे। शाह की इस मुलाकात का असर लंबे समय तक दिख सकता है। वजह यह कि बार-बार मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें उठती है।
कलियासोत में पौधरोपण भी होगा
अमित शाह अपने भोपाल दौरे में 19 अगस्त को पौधरोपण भी करेंगे। यह पौधरोपण कलियासोत स्थित वन विभाग की भूमि पर होगा। कंजरवेटर फॉरेस्ट भोपाल एसपी तिवारी ने बताया कि अमित शाह बरगद और शिवराज सिंह चौहान पीपल का पौधा लगाएंगे। बताया जाता है कि जिस तरह अमित शाह के नेतृत्व में देश में भाजपा विस्तार हुआ है, उसका यह बरगद प्रतीक बनेगा। पीपल ऑक्सीजन देता है, जिसके संवाहक सीएम चौहान होंगे।
ऐसा होगा प्रोग्राम
० सुबह 9 बजे वीआईपी सर्किट हाउस से स्वागत रैली के साथ भाजपा कार्यालय पहुंचेगे। ० लालघाटी चौराहे पर दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का लोकार्पण।
० प्रदेश कार्यालय में सुबह 10.30 बजे से पहली बैठक लेंगे।
० दोपहर 12.30 बजे के बाद मंत्री नरोत्तम मिश्रा के निवास भोज।
० दोपहर 3.30 बजे तक सांसद, विधायक एवं कोर ग्रुप की बैठक।
० शाम 5 बजे तक नया भारत मंथन संकल्प सम्मेलन।
० रात 7 से जिला सहकारी बैंकों के अध्यक्ष, निगम मंडल अध्यक्षों की बैठक।
० रात 8.30 बजे मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ बैठक।
० रात 9.30 बजे शौर्य स्मारक का भ्रमण।
शाह के आने से पहले फेरबदल
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का प्रवास शुरू होने से पहले ही प्रदेश भाजपा संगठन में फेरबदल शुरू हो गया है। पूर्व संगठन महामंत्री अरविंद मेनन के दौर से खाली पड़े सह संगठन महामंत्री के पद पर संगठन ने अतुल राय को नियुक्ती दी है। संगठन महामंत्री सुहास भगत के पूरी जिम्मेदारी ठीक से नहीं संभालने के कारण राय को काम बांटा गया है।
खराब प्रदेश कार्यालय में शाह की तैयारियों की समीक्षा बैठक में सीएम शिवराज की मौजूदगी में प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने राय की नियुक्ति का ऐलान किया। राय पहले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में थे और बीते साल रीवा कार्यसमिति की बैठक में उन्हें महाकोशल प्रांत का संगठन महामंत्री बनाया गया था। साल भर के भीतर ही राय को सह संगठन महामंत्री प्रदेश का पद मिल गया। नए परिवर्तन के बाद प्रदेश में महाकोशल और विंध्य प्रांत की जिम्मेदारी अतुल राय संभालेंगे। संगठन महामंत्री सुहास भगत मध्य भारत, मालवा और निमाड़ की जिम्मेदारी संभालेंगे।
इससे पहले पूर्व संगठन महामंत्री माखन सिंह के जमाने में दो सह संगठन महामंत्री अरविंद मेनन और भगवतशरण माथुर हुआ करते थे। माखन सिंह और माथुर को राष्ट्रीय टीम में जवाबदारी मिलने के बाद मेनन प्रदेश के संगठन महामंत्री बन गए थे। उन्होंने अपने पूरा कार्यकाल अकेले काटा और सहसंगठन महामंत्री के दोनों पदों पर नियुक्ति नहीं की। मेनन के हटने के बाद संगठन महामंत्री बने सुहास भगत काफी समय से सहसंगठन महामंत्री के पद पर अतुल राय को लाना चाह रहे थे। राय मंत्री संजय पाठक के भी करीबी बताए जाते हैं।
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