दरअसल इन दिनों दोनों ही मुख्य पार्टियों भाजपा और कांग्रेस के अंदर टिकट की दावेदारी को लेकर भयंकर द्वंद चल रहा है। इसी के चलते चुनाव से ठीक पहले भाजपा के अंदर से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने बीजेपी के नेताओं की नींद उड़ा कर रख दी है!
सीएम पर भी लग चुका है आरोप…
पूर्व में एससीएसटी मामले में सीएम शिवराज के खिलाफ भी सीधी के अजाक्स थाने में जिला महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बसंती कोल ने सीएम के खिलाफ आवेदन प्रस्तुत किया था।
पूर्व में एससीएसटी मामले में सीएम शिवराज के खिलाफ भी सीधी के अजाक्स थाने में जिला महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बसंती कोल ने सीएम के खिलाफ आवेदन प्रस्तुत किया था।
अब ये नया मामला आया सामने
वहीं ये मामला अभी पूरी तरह ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब भाजपा के अंदर से ही एक नया मामला सामने आया है, जिसने कई नेताओं की रात की नींद उड़ा दी है। सामने आई जानकारी के अनुसार इन दिनों मप्र भाजपा में टिकट की दावेदारी के बीच पन्ना की सुरक्षित विधानसभा गुनौर में टिकिट की दावेदारी कर रहे नेता और नेत्री अब टिकट पाने के लिए एस्ट्रोसिटी एक्ट तक की धमकी देते भी दिख रहे हैं।
वहीं ये मामला अभी पूरी तरह ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब भाजपा के अंदर से ही एक नया मामला सामने आया है, जिसने कई नेताओं की रात की नींद उड़ा दी है। सामने आई जानकारी के अनुसार इन दिनों मप्र भाजपा में टिकट की दावेदारी के बीच पन्ना की सुरक्षित विधानसभा गुनौर में टिकिट की दावेदारी कर रहे नेता और नेत्री अब टिकट पाने के लिए एस्ट्रोसिटी एक्ट तक की धमकी देते भी दिख रहे हैं।
इन्हीं सब के बीच यहां एक मामला सामने आया है, जिसमें कहा जा रहा है पार्टी के एक नेता का सपोर्ट न करने वाले नेता को हरिजन एक्ट में फंसाने की धमकियां तक दे दी गईंं हैं।
इस मामले में आरोप है कि गुनौर विधानसभा में अमिता बागरी जो कि गुनौर सुरक्षित विधानसभा से टिकिट की मांग कर रहीं हैं उन्होंने भाजपा नेता कृष्णकुमार पाण्डेय को अपना सहयोग करने को कहा है, वहीं सपोर्ट नहीं करने पर उन्हें हरिजन एक्ट और अन्य फर्जी केस में तक फंसाने की धमकी फोन पर दी जा रही है।
इस मामले को लेकर रविवार को पत्रकार वार्ता के दौरान भाजपा नेता कृष्णकुमार पाण्डेय ने भाजपा नेत्री अमिता बागरी सहित उनके पति जिला बदर अपराधी अमित जैन और सतानदं गौतम द्वारा धमकाने की बात भी कही, साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इस संबंध में एसपी पन्ना और थाना प्रभारी अमानगंज को भी शिकायत दे दी है।
वहीं अमिता बागरी के पति अमित जैन के संबंध में कुछ संदेहात्मक बातें सामने आने पर जब थाना प्रभारी देवेंद्रनगर हिमांशु चौबे से पूछा गया तो उनका कहना था कि अमिता बागरी के पति अमित जैन को इसी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आदतन अपराधी मानते हुए उसके विरूद्ध जिला बदर की कार्यवाही की गई।
वहीं जब इस मामले को लेकर थाना प्रभारी अमानगंज का कहना है कि कृष्णकुमार पाण्डेय निवासी कमताना ने अमिता बागरी और उसके पति अमित जैन आदि द्वारा हरिजन एक्ट व फर्जी केसों में फंसाने की धमकी का शिकायत का पत्र दिया गया है। उनके अनुसार अभी इसकी जांच की जाएगी और उसी अनुसार अवश्यक कार्रवाही भी की जाएगी। जबकि इन आरोपों के मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष सतानंद गौतम से संपर्क नहीं हो सका।
राजनीति के जानकार डीके शर्मा के अनुसार ये तो अभी शुरुआत भर है, आने वाले दिनों में भाजपा को ये मुद्दा कई तरह से काफी भारी पड़ता दिख रहा है। उनका कहना है कि एक बात तो साफ है कि टिकिट मिलने के पहले ही सत्ताधारी भाजपा में यहांं दंगल शुरू हो गया है। कुल मिला कर भाजपा अपने ही निर्णयों में खुद उलझती दिख रही है।
ये लगा था सीएम पर आरोप..
वहीं सीधी के अजाक्स थाने में सीएम के खिलाफ आवेदन करने वाली जिला महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बसंती कोल ने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री जन आशीर्वाद यात्रा का विरोध व्यक्त करते हुए काले झंडे दिखाए और चूड़ियां भेंट की मुख्यमंत्री के इशारे पर षड्यंत्रपूर्वक उनके रथ यात्रा मे उपस्थित पुरुष पुलिसकर्मियों तथा सुरक्षाकर्मियों ने मुझे एक आदिवासी कोल जाति की महिला होने के कारण धक्का दिया, छीना झपटी की, मुझे जमीन पर गिरा दिया, जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया। और घसीटा तथा मुझे व अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर पुलिस थाना कमर्जी में रखा गया। जहां देर रात तक रात महिला कार्यकर्ताओं को निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया।
वहीं सीधी के अजाक्स थाने में सीएम के खिलाफ आवेदन करने वाली जिला महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बसंती कोल ने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री जन आशीर्वाद यात्रा का विरोध व्यक्त करते हुए काले झंडे दिखाए और चूड़ियां भेंट की मुख्यमंत्री के इशारे पर षड्यंत्रपूर्वक उनके रथ यात्रा मे उपस्थित पुरुष पुलिसकर्मियों तथा सुरक्षाकर्मियों ने मुझे एक आदिवासी कोल जाति की महिला होने के कारण धक्का दिया, छीना झपटी की, मुझे जमीन पर गिरा दिया, जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया। और घसीटा तथा मुझे व अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर पुलिस थाना कमर्जी में रखा गया। जहां देर रात तक रात महिला कार्यकर्ताओं को निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया।