इस्तीफा वापिस ले लिया था
लोकसभा चुनाव के दौरान सीधी से रीति पाठक को टिकट दिए जाने से नाराज होकर कांतिदेव सिंह ने पद से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन बाद में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की समझाइश पर उन्होंने अपना इस्तीफा वापिस ले लिया था।
कांतिदेव को पद से हटा दिया
प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह को चुनाव में कांतिदेव द्वारा भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में काम न करने और भितरघात की शिकायते मिली थी। राकेश, कांतिदेव को चुनाव के तत्काल बाद ही हटाना चाहते थे। लेकिन प्रदेश के कुछ बड़े नेता उन्हें पद पर बनाए रखने के लिए दबाव बना रहे थे।
त्यागपत्र स्वीकार किया है
शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने केंद्रीय संगठन से अनुमति के बाद कांतिदेव को पद से हटा दिया। हालांकि भाजपा ने अपने प्रेस नोट में लिखा है कि संगठन ने कांतिदेव का त्यागपत्र स्वीकार किया है।