भाजपा ने इनके साथ जाने क लिए हर जिले में एक महामंत्री और हर मंडल में एक वरिष्ठ पदाधिकारी की ड्यूटी लगा दी है। संगठन ने उनसे कहा है कि बीएलओ के साथ जाकर सभी नए वोटरों के नाम जुड़वाएं। खास कर अपने प्रभाव में क्षेत्र में यह काम पूरी तरह से कराया जाए। इस बात पर भी नजर रखी जाए कि विपक्ष फर्जी नाम ना जुड़वा पाए।
मिल चुके हैं 7 लाख फर्जी वोटर
चुनाव आयोग की मतदाता सूची में पिछले दिनों पूरे प्रदेश में सात लाख से ज्यादा एेसे मतदाता मिले थे, जिनका या तो निधन हो चुका है या दो बार दर्ज हैं। इन फर्जी वोटरों को लेकर भी भाजपा और कांग्रेस ने एक दूसरे पर आरोप लगाए थे। बीएलओ के घर-घर पहुंचने पर एसे वोटरों पर भी नजर रखी जाएगी।
ये युवा मतदातों का गणित
चुनाव आयोग ने जनवरी २०१८ में प्रथम पुनरीक्षण के बाद अंतिम सूची का प्रकाशन किया था। इसमें प्रदेश में ५ करोड़ ७ लाख ८० हजार ३७५ मतदाताओं के नाम थे। इनमें से ७२३७५२ मतदाताओं की उम्र १८ से १९ वर्ष के बीच थी।
एक विधानसभा क्षेत्र में ऐसे करीब तीन हजार मतदाता हैं। इनके नाम प्रथम पुनरीक्षण में ही जोड़े गए हैं। सूत्रों के मुताबिक पार्टी अपनी टीम के जरिए न केवल इन्हें अपनी ओर खींचने का काम करेगी, बल्कि यह भी पता करवाएगी कि कांग्रेस की ओर कितने जा सकते हैं।
मतदाता सूची पर भाजपा की नजर
-जिला महामंत्री और मंडल के एक पदाधिकारी सीधे इस काम पर नजर रखेंगे।
-अपने प्रभाव के क्षेत्र में सभी नए वोटरों के नाम जुड़ जाएं इस पर नजर रखेंगे।
-बीएलओ के साथ घर-घर पहुंचने की तैयारी।
-विपक्ष अगर फर्जी नाम जुड़वाए तो उसे तत्काल रुकवाया जाए।