नतीजे आने के बाद बाद बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने भी सिंधिया पर अप्रत्यक्ष हमला किया था. उन्होंने कहा कि ग्वालियर की हार हमारे लिए अलार्मिंग है। उन्होंने इस बात पर आश्चर्य जताया कि पिछले दिनों एक ग्रुप यानि सिंधिया के आ जाने के बाद ग्वालियर में हम मजबूत हुए थे लेकिन फिर भी चुनाव हार गए
कैलाश सहित अन्य बीजेपी नेताओं के हमलों के बीच ज्योतिरादित्य को पश्चिम बंगाल में प्रवास मंत्री नियुक्त कर अहम जिम्मेदारी दे दी गई है। खास यह है कि जिस दमदम लोकसभा सीट पर पार्टी को मजबूत करने की उन्हें जिम्मेदारी दी गई है, वह टीएमसी का गढ़ है. यहां पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी हार गई थी। संगठन से यह जिम्मेदारी मिलने के बाद सिंधिया ने काम भी संभाल लिया। उन्होंने कोलकाता पहुंचकर संगठन से जुड़े कई लोगों से बातचीत। उन्होंने दक्षिणेश्वर से बारानगर तक मेट्रो में बैठकर यात्रा भी की। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कुछ यूथ ग्रुप्स के साथ बात की।
इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पश्चिम बंगाल सरकार पर जोरदार हमला बोला। स्कूल नौकरी घोटाले में बंगाल के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद सिंधिया ने राज्य की तृणमूल कांग्रेस यानि टीएमसी सरकार को भ्रष्टों की सरकार बताया। सिंधिया ने आरोप लगाया कि टीएमसी के शासन में कुशासन और भ्रष्टाचार की सभी हदें पार हो चुकी हैं। राज्य में भ्रष्टाचार का स्तर अभूतपूर्व है।