भाजपा ने इस पदयात्रा में यह टारगेट भी तय किया है कि सासंदों और पदाधिकारियों केा किस वर्ग के घर में पहुंचना है, कहां भोजना और नाश्ता करना है। इसमें गांधीजी के समाज उद्धार के विशेष वर्ग को खास शामिल किया गया है। पार्टी ने साफ कहा है कि बुनकर, सफाईकर्मी, हरिजन समुदाय और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के घर अवश्य पहुंचे। इसके साथ ही यह निर्देश भी दिया गया है कि पदयात्रा के दौरान कम से कम 50 से 100 लोग जरूर होना चाहिए। वहीं गांव में होने वाली सभाओं में 500 लोगों की भीड़ होना आवश्यक है।
पार्टी ने ड्रेस कोड भी किया तय
पहली बार है जब भाजपा ने किसी अभियान के लिए ड्रेस कोड तक तय किया है। इस पदयात्रा में शामिल होने वाले सांसदों, विधायकों को खादी के ही कपड़े पहनना होंगे। इसके साथ ही साथ में खादी का झोला, जैकेट भी रखने की सलाह दी गई है। पार्टी ने साफ कहा है कि यात्रा के दौरान कपड़ों से लेकर व्यवहार तक में सादगी रखना जरूरी है। सभा के दौरान गांधीजी का प्रिय चरखा भी मंच पर रखने की सलाह दी गई है।
गांधी दौड़ में उठाएंगे प्लास्टिक
कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए अमित शाह ने कहा कि 2 अक्टूबर गांधी जयंती पर गांधी दौड का आयोजन भी करना है। इस दौड़ में 2 किमी तक बिखरी पड़े प्लास्टिक कचरे को इकठ्ठा कर प्लास्टिक मुक्त क्षेत्र बनाना है। इसके साथ ही हर गांव में स्वच्छता, खादी, वृक्षारोपण और प्लास्टिक मुक्ति के लिए युवाओं की टोली खडी करना है।
सिर्फ 17 सांसद हुए शामिल
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष की वीसी में प्रदेश मुख्यालय में सभी सांसदों और प्रदेश पदाधिकारियों को मौजूद रहने के लिए कहा गया था। लेकिन 28 में से 17 सांसद और 3 राज्यसभा सदस्य ही मौजूद रहे। प्रदेश पदाधिकारी भी सभी मौजूद नहीं थे। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती भोपाल में होने के कारण वीसी में शामिल होने प्रदेश कार्यालय पहुंची।