कुठियाला ने ई-मेल में यह भी लिखा कि अब तक ईओडब्ल्यू द्वारा जब-जब बुलाया गया, तब-तब व्यस्तता और ट्रेन की उपलब्धता नहीं होने के कारण बयान देने नहीं पहुंच पाया हूं। इसके पहले भी कुठियाला ने डाक के जरिए ईओडब्ल्यू को पत्र भेजकर बयान देने की सहमति जताई थी, लेकिन कभी हाजिर नहीं हुए। न ही उन्होंने यह कहा कि किस तिथि को बयान देने आ जाऊं।
लेकिन इस बार सुप्रीम कोर्ट में कुठियाला ने अग्रिम जमानत याचिका दायर कर रखी हैं, जिसके चलते कुठियाला की गिरफ्तारी पर रोक लगाने से राहत महसूस कर रहे कुठियाला बयान देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने पंचकुला सेक्टर 12-ए का पता भी ई-मेल में लिखा है, जबकि इस पते पर ईओडब्ल्यू की टीम पूर्व में सर्च कर चुकी है, जहां कोई नहीं मिला था।
अब कुठियाला ने आश्वस्त होकर ई-मेल से ईओडब्ल्यू को अवगत करवाकर मांग की है कि ऐसी तिथि दी जाए, जिस पर उन्हें यात्रा करने में सहूलियत रहे और बयान दे सके। ई-मेल में कुठियाला ने ईओडब्ल्यू को ही आड़े हाथ लेते हुए कहा कि पूर्व में कम समय में पेश होने के लिए पत्र भेजे गए थे। कम अवधि में बयान देने के लिए बुलाए जाने के कारण बयान नहीं दे पाए।
इस बार भी उन्होंने ईओडब्ल्यू के सामने हास्यास्पद शर्त रखी है कि ऐसा समय दिया जाए ताकि मैं बयान देने का प्लान बना सकूं और ट्रेन व टिकट की उपलब्धता हो सके। गौरतलब है कि कुठियाला को जिला अदालत ने फरार अपराधी घोषित कर रखा है। हाई कोर्ट से भी अग्रिम जमानत की याचिका खारिज हो चुकी। इसके बाद कुठियाला ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगा रखी है, जिसके अनुसार कुठियाला की गिरफ्तारी पर रोक लगाई गई है।
इधर, ईओडब्ल्यू का कहना है कि कुठियाला के बयान के बाद जांच में तेजी आ जाएगी। तब तक विवि में नियुक्तियों और अध्ययन केंद्रों की निरीक्षण रिपोर्ट भी आ जाएगी। ईओडब्ल्यू डीजी केएन तिवारी का कहना है कि कुठियाला ने ई-मेल भेजकर बयान देने के लिए आने की इच्छा जाहिर की है। उन्हें जल्द बुलाया जाएगा। एक सप्ताह या इससे ज्यादा समय कुठियाला को दिया जा सकता है।