वहीं दूसरी तरफ सतना के काले गुब्बारे बेचने वालों पर आठ धाराएं लगवा देते हैं, सीएम की कथनी और करनी में बहुत अंतर है।
अजय सिंह ने कहा कि सतना प्रवास पर सीएम ने कहा कि पत्थर फेंकने वालों को गले लगाकर माला पहनाउंगा लेकिन विरोध करने वालों को काले गुब्बारे बेचने वाले हीरु सेवानी पर बलवा और आठ धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया गया। इससे पहले भी सीएम चुरहट मामले में आरोपियों पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज करवा चुके हैं।
मंत्री रामपाल के बंगले में विरोध करना पडा भारी
सवर्ण समाज के लोग मंत्री रामपाल सिंह के बंगले में विरोध करने पहुंचे। यहां उन्होंने जैसे ही मंत्री को काले झंडे दिखाए, वैसे ही उनके सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मी आंदोलनकारियों पर टूट पडे।
पुलिस का रोद्र रुप देखकर कई आंदोलनकारी बंगले से भाग खडे हुए, लेकिन धर्मेंद्र शर्मा पुलिस के हत्थे चढ गए, उन्हें बंगले में ही पटककर पुलिस ने लात घुंसों से मारा। पुलिस की इस कार्रवाई को सपाक्स और सवर्ण समाज ने दमनकारी नीति बताते हुए इसकी कडी निंदा की है। सवर्ण समाज ने चेतावनी दी है कि जल्द ही प्रदेश स्तर पर बडा आंदोलन चलाया जाएगा।