दरअसल विदिशा जिले की नगरपालिका में शुक्रवार को हुई समीक्षा बैठक में कई फैसले लिए गए। इस समीक्षा बैठक में वार्ड 21 से लेकर 39 तक के पार्षद शामिल हुए। इस बैठक में नगरपालिका अध्यक्ष ने पार्षदों से चर्चा करने के बाद कई खास निर्णय भी लिए गए।
सामने आ रही जानकारी के अनुसार बैठक में एक ऐसा निर्णय लिया गया है, जिसकी भनक लगते ही क्षेत्र के ठेकेदारों के पसीने छूट गए। दरअसल निर्णय में कहा गया है कि टेंडर जारी होने के बाद भी जिन ठेकेदारों ने काम शुरू नहीं किया है। उनके टेंडर निरस्त होंगे। साथ ही ठेकेदारों को ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा। बैठक की अध्यक्षता मुकेश टंडन ने की। इस मौके पर सीएमओ सत्येंद्र धाकरे सहित कई पार्षद मौजूद रहे।
इधर, भोपाल में लगे नगर निगम प्रशासन मुर्दाबाद के नारे…
एक ओर जहां विदिशा में जनता की सुविधा को देखते हुए ठेकेदारों पर लगाम कसने के लिए नगरपालिका कदम उठा रही है। वहीं भोपाल में नगर निगम को लेकर जनता में नाराजगी व्याप्त है, जिसके चलते शनिवार को बीच सड़क पर नगर निगम प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगे।
दरअसल लोगों का कहना है कि ललिता नगर मार्केट के सबसे व्यस्त चौराहें के गड्डों को भरने के लिए लगातार नगर निगम अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सूचित किया जा रहा था, पर किसी ने भी इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया।
निगम की ओर से ध्यान नहीं दिए जाने के कारण हर रोज कई लोग इस प्रकार के अनगिनत गड्डों में गिर कर जख्मी हो रहे हैं।
क्षेत्र के लोगों का आरोप है कि नगर निगम कमिश्नर व उनके अधीनस्थ कर्मचारी कुम्भकरणी नींद में सो रहे है। इसी के चलते शनिवार को कोलार मंडल की ओर से स्थानीय जन के साथ मिलकर जानलेवा गड्ढे के पास बैठकर प्रदर्शन किया गया। वहीं लोगोंने यह भी चेतावनी दी है कि यदि अगले 2 दिन में यह गड्ढे नहीं भरे गए, तो स्थानीय जनता के साथ इन्हीं गड्डों में बैठकर भूख हड़ताल करेगी।