सोमवार को इसे लेकर क्रिकेट एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड इन इंडिया(सीएबीआई) ने विभिन्न श्रृंखलाओं के लिए भारतीय टीम का ऐलान किया। शहर के क्रिकेटर सोनू गोलकर भी इस टीम के महत्वपूर्ण सदस्य होंगे। वह जनवरी में हुई एक दिवसीय विश्वकप विजेता टीम का भी हिस्सा रहे हैं जिसे भारत ने पाकिस्तान को हराकर जीता था। इसी के साथ वे 2017 की टी-20 वल्र्ड कप विजेता टीम तथा 2016 की एशिया कप विजेता टीम का हिस्सा भी रह चुके हैं।
सोमवार को होटल पलाश में आयोजित प्रेसवार्ता में एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट नीरव प्रधान ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय द्विपक्षीय शृंखला अक्टूबर में आयोजित होने जा रही है। जिसके तहत 17 अक्टूबर को शहर में एक टी-20 मैच का आयोजन होगा। 6 से 1& अक्टूबर तक भारत-श्रीलंका शृंखला का और फिर 15 अक्टूबर से भारत तथा श्रीलंका के बीच द्विपक्षीय श्रखंला का आयोजन किया जाएगा। दोनों देशों के टीमें 16 अक्टूबर को मुकाबले के लिए शहर में आ जाएंगी।
सुविधाओं में पाकिस्तान से भी पीछे गोलकर का कहना है कि ब्लाइंड क्रिकेट पर बीसीसीआई और गर्वमेंट दोनों ही ध्यान नहीं दे रहे। पाकिस्तान में भी ब्लाइंड क्रिकेटर्स के लिए पहला स्टेडियम बनकर तैयार होने वाला है, लेकिन भारत में अभी भी कोई सुविधा नहीं है। इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और श्रीलंका तक में सरकार और क्रिकेट बोर्ड ब्लाइंड क्रिकेट एसोसिएशन को फंडिंग करती है। गोलकर इंडियन ओवरसीज बैंक में असिस्टेंट मैनेजर भी हैं।
मध्यप्रदेश में नहीं अकादमी गोलकर का कहना है कि मध्यप्रदेश में ब्लाइंड क्रिकेटर्स के लिए कोई स्पेशल अकादमी तक नहीं है। उन्हें खुद को दम पर ही करियर बनाना पड़ता है। यदि यहां ग्राउंड और कोच हो तो भारतीय टीम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ज्यादा बेहतर परफॉर्मेंस कर सकती है।
श्रीलंका की टीम को लेकर उनका कहना है कि पिछले मुकाबलों से सबक लेते हुए इस बार टीम ज्यादा बेहतर तैयार कर रही है। गोलकर पहली बार जनवरी-2015 में इंडिया कैंप की पांच दिन की ट्रेनिंग में शामिल हुए थे। उनका कहना है कि ये ट्रेनिंग इतनी टफ थी कि लगता था कि इसे छोड़कर भाग जाऊं। अब बीस दिन की ट्रेनिंग भी आसानी से पूरी कर लेता हूं।