शेड्यूल के अनुसार निकाय और पंचायतों के वार्ड आरक्षण का प्रकाशन 31 मार्च तक होना है। 15 जून के बाद प्रदेश में मानसून आता है। ऐसे में निकाय चुनाव पहले किए जा सकते हैं। किसी कारण से 15 जून तक चुनाव घोषित नहीं होते हैं तो फिर मानसून के बाद ही संभावना है। भोपाल-इंदौर सहित दस निकाय के चुनाव में देरी हो सकती है। इसकी वजह कोर्ट में प्रकरण होने के कारण कानूनी उलझनें हैं।
ऐसा रहेगा शेड्यूल
: 24 फरवरी तक रजिस्ट्रीकरण, सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी और मास्टर ट्रेनर की नियुक्ति।
: 25, 26 व 27 फरवरी को मास्टर ट्रेनर व अन्य का राज्य स्तरीय प्रशिक्षण।
: 28 फरवरी से 2 मार्च तक जिला स्तरीय ट्रेनर व अन्य का प्रशिक्षण।
: 28 फरवरी तक मतदान केंद्रों का युक्तियुक्तकरण करके प्रस्ताव सौंपना।
: 02 मार्च तक मतदान केंद्रों के युक्तियुक्तकरण प्र्रस्ताव में संशोधन।
: 15 अप्रैल तक मतदाता सूची बनाना।
: 22 अप्रैल तक फोटो युक्त मतदाता सूची का मुद्रण कर सार्वजनिक प्रकाशन करना।
: 22 व 23 अप्रैल तक मतदाता सूची राजनीतिक दलों को देना और स्टैंडिंग कमेटी की बैठक करना।
: 22 से 30 अप्रैल तक मतदाता सूची पर दावे-आपत्ति लिए जाएंगे।
: 05 मई तक दावे-आपत्ति का अंतिम निराकरण करना।
: 19 मई तक मतदाता सूची का प्रकाशन वेबसाइट पर।
: 26 मई तक फोटो युक्त मतदाता सूची का वार्ड स्तर पर सार्वजनिक प्रकाशन।
: 24 फरवरी तक रजिस्ट्रीकरण, सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी और मास्टर ट्रेनर की नियुक्ति।
: 25, 26 व 27 फरवरी को मास्टर ट्रेनर व अन्य का राज्य स्तरीय प्रशिक्षण।
: 28 फरवरी से 2 मार्च तक जिला स्तरीय ट्रेनर व अन्य का प्रशिक्षण।
: 28 फरवरी तक मतदान केंद्रों का युक्तियुक्तकरण करके प्रस्ताव सौंपना।
: 02 मार्च तक मतदान केंद्रों के युक्तियुक्तकरण प्र्रस्ताव में संशोधन।
: 15 अप्रैल तक मतदाता सूची बनाना।
: 22 अप्रैल तक फोटो युक्त मतदाता सूची का मुद्रण कर सार्वजनिक प्रकाशन करना।
: 22 व 23 अप्रैल तक मतदाता सूची राजनीतिक दलों को देना और स्टैंडिंग कमेटी की बैठक करना।
: 22 से 30 अप्रैल तक मतदाता सूची पर दावे-आपत्ति लिए जाएंगे।
: 05 मई तक दावे-आपत्ति का अंतिम निराकरण करना।
: 19 मई तक मतदाता सूची का प्रकाशन वेबसाइट पर।
: 26 मई तक फोटो युक्त मतदाता सूची का वार्ड स्तर पर सार्वजनिक प्रकाशन।
अप्रैल के पहले सप्ताह में होंगे राज्यसभा चुनाव
9 अप्रैल को मध्यप्रदेश के तीन राज्यसभा सदस्यों दिग्विजय ङ्क्षसह, प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया का कार्यकाल खत्म हो रहा है। सूत्रों के मुताबिक चुनाव आयोग कार्यकाल समाप्त होने के एक सप्ताह पहले राज्यसभा का चुनाव करा सकता है। मार्च के दूसरे सप्ताह में चुनावों की घोषणा होने की संभावना है। पिछले दिनों चुनाव आयोग ने इस मामले में दिल्ली में बैठक भी की है।
9 अप्रैल को मध्यप्रदेश के तीन राज्यसभा सदस्यों दिग्विजय ङ्क्षसह, प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया का कार्यकाल खत्म हो रहा है। सूत्रों के मुताबिक चुनाव आयोग कार्यकाल समाप्त होने के एक सप्ताह पहले राज्यसभा का चुनाव करा सकता है। मार्च के दूसरे सप्ताह में चुनावों की घोषणा होने की संभावना है। पिछले दिनों चुनाव आयोग ने इस मामले में दिल्ली में बैठक भी की है।
यह है गणित
म ध्यप्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों के चुनाव होने हंै। एक सदस्य की जीत को 57 विधायकों के वोट चाहिए। अभी कांग्रेस के 114 विधायक हैं। 4 निर्दलीय, 2 बसपा और 1 सपा विधायक का समर्थन है। भाजपा के विधायकों की संख्या 107 है। ऐसे में दो सीटें कांग्रेस और एक भाजपा के खाते में जाती दिख रही है।
म ध्यप्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों के चुनाव होने हंै। एक सदस्य की जीत को 57 विधायकों के वोट चाहिए। अभी कांग्रेस के 114 विधायक हैं। 4 निर्दलीय, 2 बसपा और 1 सपा विधायक का समर्थन है। भाजपा के विधायकों की संख्या 107 है। ऐसे में दो सीटें कांग्रेस और एक भाजपा के खाते में जाती दिख रही है।