जांच के दौरान जबलपुर जिले में पाटन विकासखण्ड के मेसर्स सुदामा फर्टिलाइजर्स में उर्वरकों का अवैध भण्डारण करना पाया गया। इसके बाद राज्य सरकार ने सुदामा फर्टीलाइजर्स को विक्रय के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है। इंदौर जिले के देपालपुर की महाधन फास्फेट प्रायवेट लिमिटेड, संगवाड़िया, निम्बाहेड़ा की सिंगल सुपर फास्फेट में मात्रा कम पाये जाने पर कम्पनी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई है। जाँच दलों ने 20 उर्वरक विक्रेताओं के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किये हैं। यह अभियान 30 नवम्बर तक जारी रहेगा। उल्लेखनीय है कि पिछले साल कई फर्जी लोग क्षेत्र में नकली खाद, बीज बेचकर किसानों को चूना लगाकर गायब हो गए थे।
बोवनी बिगड़ने से किसानों को होता है नुकसान
पिछले साल भी अचानक बीज का मामला सामने आया था। स्थिति यह हो गई थी कि कई किसानों को तीन-तीन बार बोवनी करनी पड़ी थी। इसके बाद भी ठीक से उत्पादन नहीं हो पाया था। इसके बाद भी कृषि विभाग द्वारा न तो किसी खाद बीज विक्रेता की दुकान से सेंपल लिए थे ओर न ही किसी प्रकार की कार्रवाई की गई थी। इस संबंध में किसान तेज सिंह का कहना है कि पिछले वर्ष कई लोगों ने खराब बीज किसानों को महंगे भाव पर बेच दिया जो बाद में अंकु रित नहीं हुआ था। जिसकी हम लोगों ने लिखित में शिकायत भी की थी।