इसी कारण शो के जज जाने माने कोरियोग्राफर धर्मेश ने भोपाल के ग्रुप की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने देशभर में पहला ऐसा ग्रुप देखा जिसके सारे मेंबर बोन ब्रेकिंग करते हैं और सभी मेंबर्स भी गल्र्स हैं। वहीं शो के एंकर ने गल्र्स की टीम को शो में बोन लेस गल्र्स के नाम से इंट्रोड्यूज किया। इसके अलावा इस कॉ पीटिशन में फस्र्ट प्राइज पुरुष टीम ने जीता, वहीं सेकंड प्राइज बॉयज और गल्र्स की क बाइन टीम ने जीता।
वीडियो ऑडिशन से सलेक्शन
टीम मेंबर रुपाली तिवारी बताती हैं कि इसके लिए वीडियोज के जरिए ऑडिशन लिए गए थे, जिसमें हमने बोन ब्रेकिंग, इलेक्ट्रो, पॉपिंग और ब्रेकिंग स्टाइल को शामिल किया। इसके बाद सेमीफाइनल राउंड में देशभर से 42 टीमें शामिल हुईं और फाइनल में 22 टीमों ने डांस के अलग-अलग फॉर्म दिखाए।
हमारी टीम ने इसमें बोन ब्रेकिंग को ही प्रेंजेंट किया। अन्य टीम मेंबर्स में निकिता मंडलोई, आराधना पांडे, निकिता भगोरे, हेमा साहू, संजना अकोदिया और सोनम सानू शामिल रही हैं। इसके कोरियोग्राफी एमडीसीआई के कोरियोग्राफर मैक ने की थी।
स्टूडेंट से लेकर हाउसवाइफ हैं टीम मे
टीम की खास बात यह भी रही कि इसमें अलग-अलग आयु और क्षेत्रों की गल्र्स ने हिस्सा लिया। इसमें जहां एक ओर स्टूडेंट्स हैं तो दूसरी ओर हाउस वाइफ भी। सिर्फ यही नहीं, इसमें डोमेस्टिक वर्कर भी शामिल है जो यह काम इसलिए करती है ताकि डांस का पैशन पूरा कर सके।
गल्र्स की यह टीम पिछले एक साल से रोज पांच घंटे डांस प्रेक्टिस कर रही है, ताकि आने वाले समय में देश-विदेश के कई बड़े कॉ पीटिशन में हिस्सा ले सके।