बोर्ड परीक्षा की कक्षा में बदल जाते हैं हालात
निजी स्कूल संचालक गुणवत्ता के नाम पर जिन एनसीईआरटी की किताबों को दोयम ठहराते हुए मनमाने निजी प्रकाशकों की किताबें चलवाते हैं वही स्कूल बोर्ड की परीक्षाओं वाली कक्षा और उससे पहले की कक्षा में पूरा सेट एनसीईआरटी का चलाते हैं। स्कूलों में जहां पहली से लेकर आठवीं तक की कक्षा में एनसीईआरटी की एक या दो किताबें ही पढ़ाई जा रही हैं। नवमी एवं 10वीं स्थिति ठीक उलट हो जाती है। जानकारों का कहना है कि 10वीं बोर्ड परीक्षा जिन किताबों से होती है उन्हें बेकार कैसे कह सकते हैं।
निजी स्कूल संचालक गुणवत्ता के नाम पर जिन एनसीईआरटी की किताबों को दोयम ठहराते हुए मनमाने निजी प्रकाशकों की किताबें चलवाते हैं वही स्कूल बोर्ड की परीक्षाओं वाली कक्षा और उससे पहले की कक्षा में पूरा सेट एनसीईआरटी का चलाते हैं। स्कूलों में जहां पहली से लेकर आठवीं तक की कक्षा में एनसीईआरटी की एक या दो किताबें ही पढ़ाई जा रही हैं। नवमी एवं 10वीं स्थिति ठीक उलट हो जाती है। जानकारों का कहना है कि 10वीं बोर्ड परीक्षा जिन किताबों से होती है उन्हें बेकार कैसे कह सकते हैं।
हेमा हायर सेकण्डरी स्कूल
पांचवीं तक एक किताब तो सातवीं में सात किताबें एनसीईआरटी की कक्षा पांचवीं तक केवल एक किताब एनसीईआरटी की पढ़ाई जा रही हैं बाकी का पूरा सेट निजी प्रकाशकों के भरोसे पढ़ाया जा रहा है। सातवीं में सात किताबें तो 10 वीं सभी किताबें एनसीईआरटी की पढ़ाई जा रही है। सूची जारी करने के बाद किताबें बदल भी दी हैं।
कार्मल कान्वेंट स्कूल
एनसीईआरटी कीं नामी कार्मल कॉन्वेंट में पहली से पांचवीं तक पूरा का पूरा कोर्स निजी प्रकाशकों से तैयार किया जाता है। इस स्कूल ने किताबों की जो सूची जारी की है, उसमें प्रकाशकों और किताबों के पूरे नाम तक नहीं दर्शाये हैं। जबकि छठवीं कक्षा आते हीं सात किताबों एनसईआरटी की अपना ली जाती हैं।
एनसीईआरटी कीं नामी कार्मल कॉन्वेंट में पहली से पांचवीं तक पूरा का पूरा कोर्स निजी प्रकाशकों से तैयार किया जाता है। इस स्कूल ने किताबों की जो सूची जारी की है, उसमें प्रकाशकों और किताबों के पूरे नाम तक नहीं दर्शाये हैं। जबकि छठवीं कक्षा आते हीं सात किताबों एनसईआरटी की अपना ली जाती हैं।
कैम्पियन स्कूल
पहली से पांचवीं तक एनसीईआरटी की एक भी किताब नहीं पढ़ाई जाती। छठवीं, सातवीं और आठवीं में गणित एनसीईआरटी से पढ़ाना शुरू करते हैं तो नवमी में आते ही सात किताबों और 10 में पूरी आठों किताब एनसीईआरटी की उपयोग करते हैं।
पहली से पांचवीं तक एनसीईआरटी की एक भी किताब नहीं पढ़ाई जाती। छठवीं, सातवीं और आठवीं में गणित एनसीईआरटी से पढ़ाना शुरू करते हैं तो नवमी में आते ही सात किताबों और 10 में पूरी आठों किताब एनसीईआरटी की उपयोग करते हैं।