भोपाल

Breaking News : जेल में कैदी की मौत, मचा हड़कंप!

Breaking News : जेल में कैदी की मौत, सूचना के बाद अफरा-तफरी!

भोपालSep 19, 2018 / 12:04 pm

KRISHNAKANT SHUKLA

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गुना. मध्यप्रदेश के गुना जिला जेल में कैदी सूरज रघुवंशी की मौत हो गई, पुलिस अधिकारियों को सूचना मिलते ही जेल में अफरा-तफरी का माहौल है! सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सूरज पुत्र श्याम रघुवंशी निवासी ग्राम डंगोरा जिला अशोकनगर हाल निवासी फ्रेंड्स कॉलोनी गुना की जिला जेल में मौत की सूचना के बाद जेल स्टाफ के द्वारा उसे अस्पताल ले जाया गया।

जेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सूरज पुत्र श्याम रघुवंशी एड्स का मरीज था, और उसका इलाज शिवपुरी में चल रहा था। इस संबंध में जेलर सिंह का कहना है कि मैं बाहर हूं और सूरज काफी दिनों से एड्स का मरीज था। हो सकता है उसी कारण उसकी मौत हुई हो। सूरज के शव को अस्पताल लाया गया। उसका पीएम कराने की तैयारी की जा रही है। चोरी के प्रकरण था बंद।

ये है पूरा मामला
मिली जानकारी के मुताबिक सूरज रघुवंशी चोरी के मामले में गुना जिला जेल में सजा काट रहा था। बताया जा रहा है कि कैदी एड्स की बीमारी के चलते काफी दिनों से उसका इलाज चल रहा था। जिस वजह से कैदी की जेल में मौत हो गई। मौत की खबर उस समय लगी जब सुबह सिपाही ने कैदी के बैरक में झांक कर देखा तो वह बेहोशी की हालत में था।

कुछ देर बाद कैदी को बैरक से बाहर निकला गया तब तक कैदी की मौत हो चुकी थी। सिपाही ने आननफानन में कैदी को अस्पताल ले गए लेकिन वहीं डॉक्टरों ने कैदी को मृतक घोषित कर दिया है। अब कैदी को पीएम के लिए भेजा गया है जांच के बाद ही मामला स्पष्ट होगा की कैदी कैसे मरा।

नहीं है चिकित्सा की व्यवस्था

प्रदेश कई जिलों में कैदी के इलाज के लिए प्राथमिक व्यवस्था नहीं है। हालत ये है कि कुछ जेल में चिकित्सा की व्यवस्था होने के बाद भी वहीं पर कैदी की देखरेख नहीं हो पाती। कई ऐसे हालात में कैदी की रास्ते में मौत हो जाती है। प्रदेश के जेलों में कैदी ही हो रही मौत के पीछे सबसे बड़ा कारण कैदियों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता इसके पहले राजधानी भोपाल में भी कैदी की मौत हुई थी। जिसमें भी जेल प्रशासन की लापरवाही सामने आयी थी।
पहले भी हुए है कैदी की मौत

प्रदेश के कई जिला जेल में सैकड़ों कैदी सजा काट रहे है जो गंभीर बीमारी से पीडित है। इसके पहले एमपी के रीवा जिला जेल में प्रदीप चौरासिया पिता राम प्रकाश चौरासिया मौत हुई थी। जिसमें कैदी को अचानक सीने में दर्द होने के कारण मौत हुई थी। इस मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आयी थी।
डॉक्टर का कहना था कि थोड़ी देर पहले कैदी को भर्ती किया जाता तो कैदी को बचाया जा सकता था। जेल सूत्रों की मानें तो ह्रदयघात से प्रदीप चौरासिया की मौत हुई थी। सुबह के वक्त ही सीने में दर्द की शिकायत जेल प्रशासन को प्रदीप ने की थी। लेकिन जिम्मेदारों ने गंभीरता से नहीं लिया। इसलिए रास्ते में मौत हो गई।
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