भोपाल। बच्चों को स्तनपान कराने की परंपरा आदिकाल से चली आ रही है। वहीं वर्तमान में कई स्त्रियां इससे बचने का प्रयास करती हैं, इसके पीछे उनके द्वारा दिए गए कई तर्क भी होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि डॉक्टर भी स्तनपान को सबसे अच्छी औषधि मानने के साथ ही यह भी कहते हैं कि इससे बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा होता है। वहीं कई बार कुछ माताएं चाह कर भी बच्चों को स्तनपान नहीं करा पातीं या इसको कराने से बच्चों को कभी-कभी परेशानी भी हो जाती है। इस संबंध में डॉक्टर राजकुमार का कहना है कि यदि कोई स्त्री स्तनपान कर रही है तो वह नियंत्रित या कम मात्रा में सभी चीजें खा सकती हैं। हालांकि, संभव है कि मां के कुछ विशेष तरह के खाद्य और पेय पदार्थों के खाने से, शिशु के पेट में गड़बड़ी हो जाए। ये भी पढ़ें : सप्ताह के हर दिन का है अपना महत्व, जानिये क्या कहता है आपका जन्मवार इनके कारण शिशु को पेट में दर्द या गैस की समस्या हो सकती है। जिससे वह ज्यादा रोना शुरू कर देता है और आप समझ भी नहीं पाती कि ऐसा क्यों हो रहा है। लेकिन यह भी सच है कि हर मां और बच्चा अलग होता है, इसलिए अपने भोजन में क्या शामिल किया जाए और क्या नहीं, इसका कोई सख्त नियम नहीं हैं। फिर भी डॉ. राजकुमार द्वारा कुछ ऐसी चीजें बताई जा रही हैं, जिन्हें स्तनपान कराने वाली महिलाएं न खाएं तो ही अच्छा है। इन चीजों से बना कर रखें दूरी… 1. कॉफी – यदि कोई स्त्री कॉफी, सोडा या चाय पीती है, तो थोड़ी-बहुत मात्रा में कैफीन दूध में मिल ही जाता है, जिसे बच्चे अच्छी तरह पचा नहीं पाते। इस कारण कई बार उन्हें चिड़चिड़ापन, दर्द और नींद न आने की समस्या हो जाती है। यदि मां को कॉफी पीने की बहुत ज्यादा इच्छा करे तो बच्चे को दूध पिलाने के बाद, वह ऐसा कर सकती हैं। 2. चॉकलेट – चॉकलेट में भी कॉफी की ही तरह कैफीन होता है। हालांकि इसमें कैफीन की मात्रा कॉफी की तुलना में कम होती है। इसलिए यदि आप अपने बच्चे को स्तनपान करातीं हैं तो इसे खाना तुरंत बंद कर दीजिए। 3. खट्टे फल – खट्टे फलों और उनके रस में पाए जाने वाले कुछ तत्व बच्चे का पेट खराब करते हैं। इससे उन्हें घबराहट भी हो सकती है, वे चिड़चिड़े हो सकते हैं या दूध उलट सकते हैं। इस समस्या से बचने के लिए, खट्टे फलों से मिलने वाले विटामिन C की कमी को पूरा करने के लिए माताएं पपीता या आम खा सकती हैं। ये भी पढ़ें : mp guest teacher 2017-18: संविदा शिक्षक भर्ती में अतिथि शिक्षकों को मिल सकती है 10 साल की छूट 4. ब्रोकली – यदि कोई स्त्री खाने में ब्रोकली लेती हैं तो उसका असर रात तक भी बच्चे पर पड़ सकता है। उसे घबराहट, पेट में दर्द हो सकता है। इस समस्या से निपटने के लिए, यदि ब्रोकली को थोड़ा-थोड़ा खाएं और भाप में पका कर खाएं, तो बच्चें पर इतना प्रभाव नहीं पड़ेगा। 5. लहसुन – भले ही किसी स्त्री को लहसुन खाना अच्छा लगता हो, लेकिन हो सकता है कि इसका स्वाद बच्चे को अच्छा न लगे। लहसुन खाने से उसकी गंध मां के दूध में भी आ सकती है। यह गंध लहसुन खाने के दो घंटे बाद तक भी दूध में आ सकती है। इससे संभव है कि बच्चा दूध ना पिए। 6. मूंगफली – यदि कोई स्त्री स्तनपान करवा रही है, तो मूंगफली खाते वक्त सावधानी रखें। क्योंकि यदि परिवार की मेडिकल हिस्ट्री में एलर्जी शामिल है, तो मूंगफली जैसी एलर्जी करने वाली चीजों से दूर रहना होगा। संभव है कि मां मूंगफली खाती हैं तो भी बच्चे को इससे एलर्जी हो सकती है। बच्चे में चकत्ते या दूसरे लक्षणों से एलर्जी का पता लगाने की कोशिश करें। 7. मूली और पत्तागोभी – मूली और पत्तागोभी का सेवन भी स्तनपान कराने वाली महिलाओं नहीं करना चाहिए। क्योंकि इनसे गैस की समस्या होती है और महिलाओं को हार्ट बर्न (सीने में जलन) की समस्या हो सकती है। इसके सेवन से शिशु को भी पाचन संबंधी समस्या उत्पन्न हो सकती है। ये भी पढ़ें : इस तूफानी बारिश में डूब जाएंगी कई शहरों की बस्तियां! 8. मक्का (कॉर्न) – बच्चों को अक्सर मक्के से एलर्जी होती है। लेकिन इस बात का पता लगाना थोड़ा मुश्किल होता है, कि इतने छोटे बच्चे को भी मक्के से एलर्जी है या नहीं। इसके लिए मां मक्का खाने के बाद, बच्चे में एलर्जी से संबंधित लक्षण उभरते हैं या नहीं, इस बात की जांच करें। 9. पुदीना – पुदीना मां के दूध के उत्पादन को कम करता है। इसलिए यदि कोई स्त्री स्तनपान करवा रही है तो खाने में पुदीने का प्रयोग न करें।