बीआरटीएस में ही कई जगह तो एेसी स्थिति हो गई कि 50 मीटर में बस स्टॉप का विज्ञापन, गैंट्री और यूनिपोल तीनों है। एेसे मेंं दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है। वहीं इससे पहले कहा गया था कि राजधानी में जल्द ही केवल यूनीपोल होर्डिंग नजर आएंगे, वह भी केवल ऐसे स्थानों पर जो ट्रैफिक में बाधक न हों। पूर्व में राज्य शासन ने करीब दो साल से लंबित होर्डिंग नियम जारी कर दिए हैं। नगर निगम ने इस पर कार्रवाई शुरू कर दी है। निगम ने एक पोर्टल तैयार किया है, इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के बाद ही कोई भी व्यक्ति या संस्था शहर में होर्डिंग लगाने की अनुमति ले सकेगा। एक सप्ताह के भीतर विज्ञापन एजेंसियां तय करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जून2017 तक इसके पूरा होने की संभावना थी।
ननि ने बनाई है 376 यूनिपोल की सूची :
आउटडोर मीडिया रूल्स 2017 में पांच लाख से अधिक आबादी के लिए यूनिपोल प्रस्तावित किस गए। ये एक खंभे पर खड़े होर्डिंग होते हैं जो सड़क के बीच में लगते हैं। एक्सपट्र्स ने इनसे ध्यान भटकने की स्थिति बताई। भोपाल में निगम ने 376 जगह यूनिपोल के लिए चुने। एमआईसी में प्रस्ताव गया तो एमआईसी सदस्यों ने स्थान का भौतिक सत्यापन की मांग कर दी।सत्यापन नहीं हुआ। प्रस्ताव रद्द हो गया।
आउटडोर मीडिया रूल्स 2017 में पांच लाख से अधिक आबादी के लिए यूनिपोल प्रस्तावित किस गए। ये एक खंभे पर खड़े होर्डिंग होते हैं जो सड़क के बीच में लगते हैं। एक्सपट्र्स ने इनसे ध्यान भटकने की स्थिति बताई। भोपाल में निगम ने 376 जगह यूनिपोल के लिए चुने। एमआईसी में प्रस्ताव गया तो एमआईसी सदस्यों ने स्थान का भौतिक सत्यापन की मांग कर दी।सत्यापन नहीं हुआ। प्रस्ताव रद्द हो गया।
फिर से एमआईसी में गया। सत्यापन के लिए दल बना तो पता चला गलत जगह चुन ली गई है। इस बीच बीआरटीएस ने अपने स्तर पर ये यूनिपोल गढ़वा दिए। बीसीएलएल अधिकारी अभी इसपर स्थिति स्पष्ट नहीं कर रहे हैं।
हमने यूनिपोल नहीं स्थापित कराए हैं। बीआरटीएस में बीसीएलएल ने ये किया होगा। अभी तो हमारा काम टेंडर प्रक्रिया में ही है।
– राहुल सिंह, उपायुक्त होर्डिंग शाखा
– राहुल सिंह, उपायुक्त होर्डिंग शाखा