इन्हीं सबके बीच भाजपा ने एक बार फिर अपने को मजबूत करते हुए दूसरे दलों को तगड़ा झटका दिया है। दरअसल इस बार चुनावों में बसपा की कांग्रेस से गठजोड़ की बातें सामने के बाद से भाजपा काफी चिंतित बताई जा रही थी। वहीं इस परिस्थिति से निपटने के लिए भी लगातार कोशिशें जारी थी।
तमाम कोशिशों के बाद आखिरकार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मध्य प्रदेश में भाजपा की ओर से बहुजन समाज पार्टी को तगड़ा झटका resignation from BSP दिया गया है। दरअसल विधानसभा चुनावों के ठीक पहले बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ नेता सुरेश पटेल ने पार्टी से इस्तीफा resignation from BSP देकर बीजेपी का हाथ ठाम लिया है। इसके साथ ही बीना और खुरई से विधानसभा चुनाव लड़ चुके पार्टी के वरिष्ठ नेता सुरेश पटेल अपने समर्थकों सहित बीजेपी में शामिल हो गए हैं। अब वे मंगलवार को सीएम शिवराज की उपस्थिति में पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे।
बीएसपी के वरिष्ठ नेता सुरेश पटेल को सीएम शिवराज सिंह चौहान भाजपा की सदस्यता भोपाल में दिलाएंगे। सुरेश पटेल को सीएम हाउस गृहमंत्री भुपेंद्र सिंह साथ लेकर जाएंगे। इस दौरान वह अपने 250 समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल होंगे। बताया जाता है कि सुरेश पटेल पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं।
ज्ञात हो चुनाव को लेकर कांग्रेस और बसपा के बीच लंबे समय से गठबंधन को लेकर बातचीत चल रही है। बार बार ऐसी खबरें आ रहीं हैं कि बसपा और कांग्रेस का गठबंधन तय सा है। लेकिन इस मामले में बसपा आलाकमान की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
ऐसे में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी की कांग्रेस से गठबंधन की सुगबुगाहट चल रही है। जानकारों की माने तो एमपी में करीब 75 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जिस पर बसपा मजबूत होने का दावा करती है। इतना ही नहीं बसपा की मध्य प्रदेश इकाई पार्टी सुप्रीमो मायावती को यह रिपोर्ट भेजने की तैयारी में है।
सदस्यता लेने के बाद ये बोले सुरेश पटेल…
बीएसपी छोड़कर बीजेपी की सदस्यता लेने के बाद सुरेश पटेल ने कहा कि एट्रोसिटी एक्ट एक हथियार है। उनका कहना था कि सवर्ण एससी/एसटी एक्ट से ही डरते हैं। यहां उन्होंने कहा कि सवर्ण जो विरोध कर रहे हैं वो गलत कर रहे हैं।
बीएसपी छोड़कर बीजेपी की सदस्यता लेने के बाद सुरेश पटेल ने कहा कि एट्रोसिटी एक्ट एक हथियार है। उनका कहना था कि सवर्ण एससी/एसटी एक्ट से ही डरते हैं। यहां उन्होंने कहा कि सवर्ण जो विरोध कर रहे हैं वो गलत कर रहे हैं।