इसके लिए हर नेता अपने हिसाब से पार्टी और संगठन पर दवाब बनाने में लगा हुआ है। कांग्रेस नेता मुकेश नायक ने सोशल मीडिया पर लैटर वायरल कर खुद की दावेदारी वापिस लेते हुए कहा कि मैंने जिसे खून दिया उसी ने विधानसभा चुनाव में मेरे खिलाफ प्रचार किया। तो वहीं भाजपा के पूर्व विधायक आरडी प्रजापति ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को पत्र लिखकर दो टूक कहा कि केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक ने क्षेत्र में दो पैसे का काम नहीं कराया। मुझे टिकट नहीं दिया तो भाजपा हार जाएगी।
प्रजापति ने लिखी शाह को चिटृठी- प्रजापति ने बुधवार को भाजपा कार्यालय पहुंचकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के सामने भी दावेदारी की। विधानसभा चुनाव में प्रजापति के स्थान पर उनके पुत्र राजेश को जतारा से भाजपा ने टिकट दिया था।
राजेश वर्तमान में विधायक हैं। प्रजापति ने मीडिया से चर्चा में कहा कि केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार खटीक सागर के स्थानीय निवासी है और उन्हें बेवजह टीकमगढ़ से पिछली बार टिकट दिया गया। प्रजापति ने दावा किया कि खटीक की हालत टीकमगढ़ में खराब है, उनकी हार निश्चित है। प्रजापति समाज को टिकट नहीं मिलने से नाराजगी है, ऐसे में हमारा समाज पार्टी से दूर जा सकता है।
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नायक ने फेसबुक पर जाहिर की पीड़ा- पवई के पूर्व विधायक मुकेश नायक ने फेसबुक पेज पर कहा कि वे चुनाव नहीं लड़कर कोई त्याग नहीं करना चाहते बल्कि वे जानते हैं कि चुनाव हार जाएंगे। उ
न्होंने पिछले विधानसभा चुनाव के अनुभव का जिक्र करते हुए लिखा है कि अपने खिलाफ एक ऐसे व्यक्ति को प्रचार करते देखा जिसे उन्होंने स्वयं का खून देकर जीवन दिया था। उन्होंने सवाल किया कि यह जातिवाद का कैसा विकृत स्वरूप है। इसके एक दिन पहले दमोह, खजुराहो संसदीय सीट के संबंध में लिखे एक पत्र का उल्लेख भी नायक ने किया है। पत्र में उन्होंने सुझाव दिया था कि इस सीट से बहुत लोग टिकट मांग रहे हैं ऐेसें में संगठन को चाहिए कि सभी को कार्यालय में आमंत्रित कर चर्चा कर श्रेष्ठ नाम का चयन करें।