उधर, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री को नसीहत दी कि वे अब बुदनी संभलकर जाएं। अरुण यादव ने सीहोर कलेक्टर और एसपी को भाजपा का एजेंट बताकर चुनाव आयोग में शिकायत कर चुनावी जंग को गरमा दिया।
अरुण को बनाया बलि का बकरा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट में अरुण पर कटाक्ष किया, और मेरे एक परम मित्र हैं, उन्हें तो भैया इन लोगों ने कहीं का नहीं छोड़ा है। पहले उन्हें प्रदेश अध्यक्ष से हटाया, अब बुदनी में बलि का बकरा बनने भेजा है।
प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा, कांग्रेस कितने भी हथकंडे अपना ले, पर परिणाम से साबित हो जाएगा कि शिवराज ही बुदनी की जनता के दिलों पर राज करते हैं। अरुण को जानबूझ कर फंसाया है।
12 दिन में बुदनी का सच सामने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मंगलवार को मीडिया से कहा कि बुदनी में 12 दिन में यह सच सामने आ जाएगा कि सीएम ने 13 साल में क्या विकास किया। सभी ने देखा है कि किस तरह जनता उन्हें आइना दिखा रही है। उनका बुदनी जाना दुष्कर होगा।