थ्योरिटिकल पार्ट पर किया फोकस
ca topper सौम्या मोटवानी ने बताया कि मुझे परीक्षा में 583 अंक हासिल हुए हैं। मैंने पहले अटेम्प्ट में ही दोनों ग्रुप क्लियर किए हैं। ग्रुप-2 में थ्योरिटिकल पोर्शन ज्यादा है। मैंने इस पर फोकस किया और रोज सुबह उठकर इसी तैयारी करती थी। जब थ्योरी पढ़कर बोर हो जाती तो प्रैक्टिकल की तैयारी करती। मैंने करीब 14 घंटे रोज पढ़ाई की। दिसंबर में एग्जाम से एक माह पहले डेंगू हो गया था। करीब 20 दिन तक इलाज के बाद वायरल हो गया। ठीक होते ही फिर से रूटीन को मेंटेन किया और पैरेन्ट्स की मदद से खुद को तनाव से उबारा और सफलता पाई।
9 घंटे रोज की पढ़ाई
वहीं, अमूल्य अग्रवाल ने बताया कि मैं पिछले 1 साल से तैयारी कर रहा था। मैंने रोज नए टॉपिक पढ़ने के साथ पुराने का रिवीजन करने पर ध्यान दिया। मैंने मॉक टेस्ट दिए और कोचिंग की पढ़ाई को मिलाकर 9 घंटे रोज पढ़ाई की। इस दौरान जब भी तनाव में होता तो सोशल मीडिया चलाता, दोस्तों से बात करता। कोविड के चलते तनाव तो था लेकिन इसे कभी खुद पर हावी नहीं होने दिया।