पांच सालों में 566 मुसलमानों को मिला नागरिकता
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा- पिछले पांच साल में अगल-बगल के देशों से आए 566 मुसलमानों को भारत की नागरिकता मिली है, लेकिन अब हम मुसलमानों को अपनी खोपड़ी पर तो नहीं बैठा सकते हैं। जो हालात का मारा है अगर वो आएगा तो हम उसको नागरिकता देंगे लेकिन कोई कहेगा की हम आगजनी करेंगे, सड़कों पर बवाल करेंगे तो ऐसे लोगों को सरकार अपने सिर पर नहीं बैठाएगी।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा- पिछले पांच साल में अगल-बगल के देशों से आए 566 मुसलमानों को भारत की नागरिकता मिली है, लेकिन अब हम मुसलमानों को अपनी खोपड़ी पर तो नहीं बैठा सकते हैं। जो हालात का मारा है अगर वो आएगा तो हम उसको नागरिकता देंगे लेकिन कोई कहेगा की हम आगजनी करेंगे, सड़कों पर बवाल करेंगे तो ऐसे लोगों को सरकार अपने सिर पर नहीं बैठाएगी।
तीन लोग कर रहे हैं सीएए का विरोध
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि देश में तीन तरह के लोग हैं जो नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे हैं। पहला वे राजनैतिक दल जो सत्ता से बाहर हो चुके हैं और केन्द्र की सत्ता में आना चाहते हैं। दूसरी वो राष्ट्र विरोधक विध्ंवसक शक्तियां हैं जो विदेशी ताकतों से संचालित होती हैं और किसी भी तरह से हिंसा और उपद्रव कराने की कोशिश करती हैं। तीसरे वो नेता हैं जो मोदी विरोध की ईर्ष्या में इतने जल रहे हैं कि हर मौके पर विरोध करते हैं।
सीएए के समर्थन में सभाएं कर रही है भाजपा
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे। भाजपा देशभर में सीएए के समर्थन में रैली औ सभाएं कर रही हैं। सीएए के समर्थन में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह 12 जनवरी को मध्यप्रदेश दौरे पर आएंगे। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर मध्यप्रदेश के जबलपुर में हिंसा हुई थी जिसके बाद जिले के तीन थानों में कर्फ्यू लगा दिया गया था।
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे। भाजपा देशभर में सीएए के समर्थन में रैली औ सभाएं कर रही हैं। सीएए के समर्थन में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह 12 जनवरी को मध्यप्रदेश दौरे पर आएंगे। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर मध्यप्रदेश के जबलपुर में हिंसा हुई थी जिसके बाद जिले के तीन थानों में कर्फ्यू लगा दिया गया था।