महिला-बाल विकास विभाग ने प्रदेश के सीमावर्ती जिलों मे लौटे गर्भवती, धात्री महिलाओं और उनके छ: माह से 6 वर्ष तक के बच्चों का सर्वे कर पोषण आहार उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है।विभाग द्वारा इन महिलाओं और बच्चों को पोषण आहार, आयरन और जिंक की गोलियाँ सहित अन्य आवश्यक सामान उपलब्ध किया जा रहा है। विभिन्न जिलों में अब तक लगभग 37 हजार 763 गर्भवती, धात्री महिलाओं तथा छ: माह से छ: साल तक के एक लाख 41 हजार 581 बच्चों को पोषण आहार वितरित किया गया है।
महिला बाल विकास विभाग द्वारा लॉकडाउन के दौरान भी बच्चों को सम्पूर्ण पोषण आहार मिलता रहे इसके लिए आँगनवाडी कार्यकर्ताएं आदिवासी, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में घर-घर जाकर पोषण आहार पहुँचा रही हैं। आँगनवाडी केन्द्र पर वितरित होने वाले गरम ताजे भोजन की जगह लगभग 39 हजार 99 स्थानीय स्व-सहायता समूहों के सहयोग से रेडी-टू-ईट पोषण आहार तैयार कराकर बच्चों के लिए घर-घर जाकर वितरित कर रही है। कार्यकर्ताओं द्वारा लगभग 79 लाख 60 हजार हितग्राहियों को पोषण आहार वितरित किया गया है। विभाग के इस नवाचार से जरूरतमंद बच्चों, किशोरी बालिकाओं एवं महिलाओं को रेडी-टू-ईट के रूप में पौष्टिक सत्तू, लड्डू आदि दिया जा रहा है। स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की
महिला बाल विकास विभाग द्वारा लॉकडाउन के दौरान भी बच्चों को सम्पूर्ण पोषण आहार मिलता रहे इसके लिए आँगनवाडी कार्यकर्ताएं आदिवासी, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में घर-घर जाकर पोषण आहार पहुँचा रही हैं। आँगनवाडी केन्द्र पर वितरित होने वाले गरम ताजे भोजन की जगह लगभग 39 हजार 99 स्थानीय स्व-सहायता समूहों के सहयोग से रेडी-टू-ईट पोषण आहार तैयार कराकर बच्चों के लिए घर-घर जाकर वितरित कर रही है। कार्यकर्ताओं द्वारा लगभग 79 लाख 60 हजार हितग्राहियों को पोषण आहार वितरित किया गया है। विभाग के इस नवाचार से जरूरतमंद बच्चों, किशोरी बालिकाओं एवं महिलाओं को रेडी-टू-ईट के रूप में पौष्टिक सत्तू, लड्डू आदि दिया जा रहा है। स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की