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हे भगवान ! जिन जुड़वां बच्चों को 5 दिन से ढूंढ रही थी, उन्हें पहले ही मार चुकी थी मां

locationभोपालPublished: Sep 27, 2022 04:28:38 pm

Submitted by:

Shailendra Sharma

5वें दिन दोनों जुड़वा बच्चों के मिले शव..मां बोली- एक बेटी पहले से है इन जुड़वा बच्चों को कैसे पालती…
 

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भोपाल. भोपाल में एक ऐसी घटना सामने आई है जो दिलदहला देने वाली है। भोपाल शहर की पुलिस बीते 5 दिनों से जिन नवजात जुड़वां बच्चों की तलाश में जुटी हुई थी उनके शव हबीबगंज थाना इलाके में मिले हैं। हैरानी की बात तो ये है कि जिस मां ने बच्चों को जन्म दिया था उसी ने अपने हाथों से उनका गला घोंट दिया था। बच्चों को मारने के बाद मां पांच दिनों से बच्चों को ढूंढने का नाटक कर रही थी। अब जब सच सामने आ चुका है तो कातिल मां का कहना है कि उसकी एक बेटी पहले से है ऐसे में जुड़वां बच्चों को कैसे पालती इसलिए उन्हें मार डाला। बता दें कि जुड़वां बच्चों को महिला ने 7 सितंबर को जन्म दिया था और 23 सितंबर को दोनों बच्चों के गायब होने का सनसनीखेज मामला सामने आया था।

 

5वें दिन मिले जुड़वां बच्चों के शव
भोपाल के टीटी नगर इलाके से 23 सितंबर के दिन लापता हुए दोनों नवजात जुड़वां बच्चों के शव हबीबगंज थाना इलाके में ज्ञानेश्वर मंदिर के पास मिले हैं। मंगलवार की सुबह जैसे ही इलाके में नवजात बच्चों के शव मिलने का पता चला तो इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस ने बच्चों के शवों को बरामद कर लिया है। बच्चों के लापता होने के बाद से ही बार-बार बयान बदलने वाली मां सुनीता ही बच्चों की कातिल निकली है जिसे पुलिस घटनास्थल पर लेकर भी पहुंची थी। घटना 23 सितंबर की है जब दोनों जुड़वां बच्चों को लेकर कोलार इलाके में रहने वाली 28 साल की सुनीता नाम की महिला सुबह 4.30 बजे परिवार वालों को बिना बताए बैरसिया अपने ससुराल के लिए निकली थी और जब पति ने उसे ढूंढा तो बच्चे उसके पास नहीं थे, बच्चों के बारे में पूछने पर सुनीता ने कहा था कि वो बच्चों को रोड किनारे रखकर टॉयलेट करने गई थी और जब वापस लौटी तो दोनों बच्चे चोरी हो चुके थे। जिसके बाद पति-पत्नी को लेकर थाने पहुंचा था और बच्चों के चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई थी।

देखें वीडियो-

 

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मां सुनीता बार-बार बदल रही थी बयान
एक तरफ पुलिस बच्चों की तलाश में जुटी हुई थी और दूसरी तरफ सुनीता बार-बार बयान बदल रही थी। पहले उसने पुलिस को पहले बताया कि उसे बैरसिया अपने मायके जाना था। वह माता मंदिर होकर पैदल चलकर रंगमहल चौराहे पहुंची। वहां से उसके बच्चे गायब हो गए। लेकिन जब पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो पता चला कि सुनीता पैदल नहीं बल्कि सिटी बस से पहुंची थी और उसके पास बच्चे नहीं थे। सिटी बस में लगे सीसीटीवी में भी सुनीता की तस्वीरें कैद हुई थीं जिनमें वो बिना बच्चों के ही नजर आ रही थी। पुलिस ने जब बस ड्राइवर और क्लीनर से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि महिला शुक्रवार सुबह 6.30 बजे सुभाष एक्सीलेंस स्कूल के पास से बस में बैठी थी। उसके पास बच्चे नहीं थे। पुलिस ने बस का CCTV चेक किया तो महिला अकेले बैठे दिखी। पुलिस ने इस आधार पर जब महिला से दोबारा पूछताछ की तो उसने बोला कि वह भूल गई बच्चे कहां गए। जांच के दौरान पुलिस को कोलार गेस्ट हाउस के पास चौराहे पर लगे एक सीसीटीवी में भी सुनीता का फुटेज मिला था जिसमें सुनीता के पास बच्चे थे। लेकिन जब वो बस में बैठी तो अकेली थी इससे साफ था कि कोलार गेस्ट हाउस से लेकर सुभाष एक्सीलेंस स्कूल के बीच में ही कुछ हुआ है। पुलिस ने फिर संगीता से पूछा तो उसने कहा कि वो भूल गई कि बच्चे कहां गए ?, इसके बाद हुई पूछताछ में उसने पति के द्वारा बच्चों को मारने की बात पुलिस को बताई थी। लेकिन बताया जा रहा है कि अब उसने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल लिया है और बताया है कि उसकी पहले से एक बेटी है इसलिए वो जुड़वा बच्चों को नहीं पाल सकती थी इसलिए उसने जुड़वां बच्चों की गला दबाकर हत्या की और फिर उनके शवों को फेंक दिया था।

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