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निगरानी के लिए लगे कैमरे नहीं कारगर

locationभोपालPublished: Mar 17, 2019 08:57:01 am

वाहन चलाते समय मोबाइल फोन यूज करने वालों पर भी नहीं नियंत्रण, अन्य वाहन चालकों को होती है दिक्कत, पूर्व में हो चुकीं दुर्घटनाएं…

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निगरानी के लिए लगे कैमरे नहीं कारगर

भोपाल. अपराधियों और ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों की निगरानी के लिए शहर के चौराहों/तिराहों और खास लोकेशंस पर लगे कैमरों में से कई दुरुस्त नहीं हैं। इसके चलते वाहन चलाते समय लोग धड़ल्ले से मोबाइल का प्रयोग कर रहे हैं, जिससे ट्रैफिक के संचालन में परेशानी होती है और हादसे भी हो जाते हैं।
पुलिसकर्मियों के ढीले रवैए के चलते मोबाइल पर बात करने वालों पर लगाम नहीं लग पा रही है। इसका दूसरा बड़ा कारण यातायात नियमों को तोडऩे वालों की गतिविधियां कैप्चर करने चौराहों/तिराहों व प्रमुख लोकेशंस पर लगे सीसीटीवी कैमरों का बंद या क्षतिग्रस्त होना है। यदि सीसीटीवी कैमरे भी ठीक हों तो भी काफी हद तक वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग करने से होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है।
हो चुकीं कई दुर्घटनाएं
एक अक्टूबर 2018 को टीटी नगर थाना क्षेत्र के लिंक रोड तीन पर राहुल नगर के पास आगे निकलने की होड़ में ऑटो पलट गया था, जिसमें इब्राहिमगंज निवासी 45 वर्षीय राधाबाई पत्नी नारायण प्रसाद पंथी की मौत हो गई थी और कमलेश, संगीता व सरजूबाई गंभीर रूप से घायल हो गई थीं। बताया गया था कि हादसे के दौरान दौरान ड्राइवर मोबाइल फोन पर बात कर रहा था।

दिसंबर 2018 में गांधी नगर थाना क्षेत्र में पतंजलि कॉलोनी, अब्बास नगर निवासी एक युवक की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। वह निजी कंपनी में काम करता था। इसमें की दुर्घटना का कारण मोबाइल पर बात करना बताया गया था। इसी तरह पूर्व में लिंक रोड -दो पर जल संसाधन विभाग के कार्यालय नर्मदा भवन के पास एक मिनी बस हादसे का शिकार हुई थी। उस समय बस का ड्राइवर मोबाइल पर बात कर रहा था। इस तरह की कई दुर्घटनाएं शहर में हो चुकी हैं, जिनमें दुघर्टना और जान-माल के नुकसान की वजह मोबाइल पर बात करना रहा।
कैमरे ठीक हों तो रुके वॉयलेशन

कैमरों की पकड़ में न आने के कारण ट्रैफिक रूल्स तोडऩे वालों के हौसले बुलंद रहते हैं। चौराहों/तिराहों और प्रमुख लोकेशंस पर वाहन चालक मोबाइल प्रयोग करते समय वाहन लहराते हुए चलते हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार वाहन चलाते समय मोबाइल प्रयोग करने पर 1500 रुपए जुर्माने का प्रावधान है। यह रकम कम है, लेकिन सूत्रों की मानें तो पुलिसकर्मी कम रुपयों में मामला रफा-दफा कर देते हैं। इसमें ट्रैफिक रूल तोडऩे वालों और पुलिसकर्मियों दोनों को ही लाभ है, लेकिन ट्रैफिक नियम तोडऩे वालों को हौसले बुलंद हो जाते हैं।

खराब और क्षतिग्रस्त कैमरों को दुरुस्त कराया जाएगा, जिससे ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले पकड़ में आ सकें। वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करने चालान कर जुर्माना वसूला जाता है। ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ शिकंजा कसने के लिए अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।
– प्रदीप सिंह चौहान, एएसपी-ट्रैफिक
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