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Navratri 2019: कई त्योहार सोमवार को होने से महिलाओं के लिए बन रहा महासंयोग

locationभोपालPublished: Apr 05, 2019 11:40:40 am

Submitted by:

KRISHNAKANT SHUKLA

चैत्र नवरात्रि की शनिवार से होगी शुरुआत, तृतीया तिथि पर होगी गौरी पूजा, रवि योग में शिव के प्रिय दिन होगी गणगौर पूजा, इस साल कई त्योहार सोमवार को…

 chaitra navratri good day

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भोपाल. शनिवार से चैत्र नवरात्र की शुरुआत हो रही है, जो कई वजह से बेहद खास है। इसके साथ ही सोमवार को गणगौर की पूजन की जाएगी। सोमवार का दिन रवियोग होने के चलते गणगौर का महत्व अपने आप बढ़ जाता है।

ज्योतिषियों का कहना है कि सोमवार भगवान शिव का दिन होता है। इस दिन कोई योग या त्यौहार होता है तो वह ज्यादा पुण्यदायी होता है। पंडित धर्मेन्द्र शास्त्री के मुताबिक रवियोग में पूजन करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। ऐसे में जो महिलाएं गणगौर पूजन करेंगी, उन्हें भगवान शंकर की भक्ति का विशेष फल प्राप्त होगा।

इस साल अलग-अलग महीनों में कई बड़े त्योहार सोमवार को पड़ेंगे। इसकी शुरुआत मकर संक्रांति से हुई है। सर्वार्थ सिद्धि योग, सोमवार होने से मकर संक्रांति महाशुभदायी थी। इस साल संक्रांति, मौनी अमावस्या, शिवरात्रि, गणगौर, गणेश उत्सव की शुरुआत, जलझूलनी एकादशी, नवरात्रि की महानवमी व दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा भी इसी दिन है।

सुहागन महिलाएं व्रत रखकर करेंगी पूजा-अर्चना

चैत्र शुक्ल तृतीया को मनाया जाने वाला यह पर्व विशेष तौर पर महिलाओं के लिए है। इस दिन भगवान शिव ने माता पार्वती को और माता पार्वती ने समस्त स्त्री-समाज को सौभाग्य का वरदान दिया था। इस दिन सुहागन महिलाएं दोपहर तक व्रत रखती हैं। माता पार्वती और शिव की स्थापना की पूर्जा-अर्चना के साथ गौरी की कथा की जाती है।

इस बार सोमवार को मनाए जाएंगे ये त्योहर

8 अप्रैल – गणगौर तीज – ये पर्व माता पार्वती से संबंधित है। चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को गणगौर तीज मनाया जाता है।

3 जून – शनि जयंती – ज्योतिष शास्त्र में शनि को न्यायाधीश कहा गया है। शनि ही अच्छे-बुरे कर्मों का फ ल प्रदान करते हैं। यह संयोग 4 साल बाद बन रहा है।

2 सितंबर – गणेश उत्सव – श्रीगणेश को प्रथम पूज्य माना गया है। शुभ काम से पहले इनकी पूजा अनिवार्य रूप से की जाती है। गणेश उत्सव सोमवार को है।

9 सितंबर – जलझूलनी एकादशी : भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप की जाती है। भाद्रपद शुक्ल पक्ष की एकादशी पद्मा, परिवर्तिनी व जलझूलनी कहलाती है।

7 अक्टूबर – महानवमी – अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होती है। इसकी नवमी बहुत विशेष होती है।

28 अक्टूबर – गोवर्धन पूजा – ये पर्व दीपावली के दूसरे दिन मनाया जाता है। गोवर्धन पर्वत और गाय की पूजा की जाती है। इस दिन पकवान बनाकर श्रीकृष्ण को भोग लगाते हैं।

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