बलि देने की है मान्यता
इस मंदिर को लेकर ऐसी मान्यता है कि यहां लोग अपनी मन्नत पूरी होने के बाद किसी जीव की बलि देते हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर में 365 दिन पूजा होती है और यह मंदिर शमशान घाट पर निर्मित है। ऐसा मिथक है कि जब-जब बारिश में यह मंदिर डूबता है कोई ना कोई घटना घटती है किसी तरह की अनहोनी या घटना से बचने के लिए बीते कुछ वर्षों से बारिश शुरू होने से पहले ही यहां बलि दी जाती है।
उज्जैन, भोपाल, खंडवा और झाबुआ जिले में पिछले 24 घंटे से बारिश हो रही है। उज्जैन में करीब 37 मिमी बारिश हुई है बारिश के चलते शिप्रा नदी उफान पर हैं जिस कारण से कई इलाकों में पानी भर गया है। जिले के नागदा में में चंबल किनारे बना मां चामुंडा माता का मंदिर जलमग्न हो गया है। केवल मंदिर का ऊपरी हिस्सा दिखाई दे रहा है।
बारिश के कारण बुरहानपुर जिले में केले की फसल बर्बाद हो गई है। महेश्वर, झाबुआ और बडबानी में अच्छी बारिश हुई है। शाजापुर में पिछले 24 घंटे में करीब सवा दो इंच बारिश हुई है। मध्यप्रदेश में जोरदार मानसून के बाद हो रही लगातार बारिश से नदी-नाले उफान पर पहुंच गए हैं। शनिवार को चापड़ा के पास काली सिंध नदी में उफान से इंदौर-बैतूल हाइवे दो घंटे से बंद है। वहीं, रायसेन में भारी बारिश से बीना नदी उफान पर पहुंच गई है।
भोपाल-सागर मार्ग बंद
कहूला पुल के पूरी तरह से जलमग्न होने के कारण भोपाल-सागर मार्ग बंद है। बताया जा रहा है कि यहां पर 25 से ज्यादा गांवों से संपर्क टूट गया है। वहीं, श्योपुर और रीवा जिले में भी हो रही लगातार बारिश के कारण लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इंदौर में बीते 24 घंटे में साढ़े चार इंच बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भोपाल में भी रूक-रूक कर बारिश हो रही है। भोपाल में लगातार बारिश के कारण बड़ा तालाब में भी जल स्तर बढ़ गया है।