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मैदान में उतरते ही शिक्षक बन गए चैम्पियन, जानिये क्या है इसके पीछे का राज

locationभोपालPublished: Mar 18, 2019 11:44:57 am

– पांच शिक्षक स्टेट लेवल टूर्नामेंट में ले चुके हैं हिस्सा, – फिजिक्स और भौतिक के साथ समाजशास्त्र पढ़ाने वाले शिक्षक, – लॉ कॉलेज के एक प्रोफेसर चार साल से शतरंज में हैं चैम्पियन

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खेलों का माहौल बनाने मैदान में उतरे शिक्षक और बन गए चैम्पियन

भोपाल। विद्यार्थियों के बीच खेलों को बढ़ावा देने एक प्रयोग ने उन शिक्षकों को ही चैम्पियन बना दिया जो केवल शौक के लिए मैदान में उतरे थे। हालात ये हैं पढ़ाने के साथ ये राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा ले चुके हैं। इसमें महिलाएं भी हैं। खासबात ये है कि इन्होंने अपने कॉलेज के दौर में इन खेलों में नाममात्र के लिए हिस्सा लिया था।

विद्यार्थियों को अलग-अलग विषय पढ़ाने कॉलेज केे प्रोफेसर इसमें शामिल हैं। उच्च शिक्षा विभाग के जरिए प्रोफेसर और कॉलेज स्टॉफ के लिए खेलों का आयोजन कराया जाता है। इन आयोजनों में प्रोफेसर्स की ये प्रतिभा सामने आई। बैनजीर कॉलेज जो अब शासकीय श्यामा प्रसाद मुखर्जी विज्ञान एवं वाणिज्य महाविद्यालय के नाम से जाना जाता है उसके प्रोफेसर सबसे ज्यादा हैं। यहां जूलॉजी पढ़ाने वाले डॉ. संजय तेलंग ने टेबिल टेनिस में चैम्पियन बने।
इन्होंने बताया कि पहले टेबिल टेनिस नहीं खेला। लेकिन विद्यार्थियों को मोटिवेट करने उनके साथ प्रैक्टिस शुरू की। इसी के तहत ये चैम्पियन बन सके। इनके अलावा बच्चों को भौतिक शास्त्र पढ़ाने वाले डॉ. राकेश भी पढ़ाने के साथ खेल मैदान में उतरे। कॉलेज के क्रीड़ा अधिकारी डॉ. सतीश कुमार भी इसमें शामिल हैं। बच्चों के साथ प्रोफेसर्स को इन्होंने खेलों की सीख दी।
महिला प्रोफसर्स भी पढ़ाने के साथ उतरी मैदान में
कॉलेज की महिला प्रोफेसर डॉ. हरमीत और डॉ. हर्षा ने क्लास रूम के साथ खेलों में प्रतिभा साबित की। ये समाज शास्त्र और भौतिक पढ़ा रहीं हैं। डॉ. हर्षा ने तो टेबिल टेनिस के साथ शतरंज और लॉन टेनिस तीनों में हिस्सा लिया और चैम्पियन बनी।
पांच साल से शतरंज के मास्टर
शहर में दूसरे और भी कुछ कॉलेज के प्रोफेसर्स ने खेलों में अपनी प्रतिभा दिखाई। डॉ. तेलंग ने बताया कि लॉ कॉलेज के डॉ. बीके चौरसिया पिछले पांच सालों से शतरंज के चैम्पियन बने है। वहीं कुछ और दूसरे सरकारी कॉलेज के प्रोफेसर्स ने खेलों में भागीदारी का विद्यार्थियों को इस ओर आकर्षित किया है।
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