ऐसे भी अनेक स्थान हैं जहां 6 साइकल खड़ी करने की क्षमता पर एक या दो साइकल खड़ी की जा रही हैं। स्मार्ट सिटी कंपनी का दावा है कि साइकलों की मॉनीटरिंग जीपीएस आधारित सिस्टम के जरिए नियमित रूप से की जाती है। कंपनी के अनुसार अयोध्या फैसले के मद्देनजर शहर में दो रोज से अधिकांश स्टेंड से साइकिलों को हटा लिया गया था।
ऐसा संभावित उपद्रव की स्थिति में नुकसान नियंत्रित करने के कारण किया गया था। कंपनी के मुताबिक जल्द ही स्टेंड पर दोबारा सभी साइकिलें खड़ी करवा दी जाएंगी। साइकिलों का समुचित मेंटेनेंस भी नहीं होने से लोगों को परेशानी हो रही है। जब वे साइकिल रिटर्न करने जाते हैं तो रिटर्न नहीं होती। आधे—आधे घंटे तक वेट ही करना होता है। इसके बाद कॉल हॉटलाइन का आॅप्शन आना शुरू हो जाता है। सर्वर में समस्या होने के कारण यह स्थिति बनती है।
शहर में पब्लिक बाइक शेयरिंग के प्रमुख रूट
मिसरोद से आरआरएल तिराहे तक
पॉलिटेक्निक चौराहे से बोट क्लब
बोर्ड ऑफिस से अरेरा हिल्स
बोर्ड ऑफिस से लिंक रोड नंबर 1
7 नंबर स्टॉप से लिंक रोड नंबर 2
शाहपुरा पार्क के पास
प्रेमपुरा घाट से वन विहार एरिया
लालघाटी से बैरागढ़
साइकिलों की मॉनीटरिंग जीपीएस आधारित सिस्टम से की जाती है। यदि किसी स्थान पर साइकिलें नहीं पहुंच रहीं हैं तो इसे दिखवा लिया जाएगा। – दीपक सिंह, सीईओ, स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कार्पोरेशन