यहां पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में सत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा शुरू से ही झगड़ालू प्रवृत्ति की रही हैं। थोड़ी-थोड़ी बातों पर झगड़ा करती रहती थीं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि 19 साल पहले चाकूबाजी भी उनका नाम सामने आया था।
दरअसल, जब से भाजपा ने कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह के खिलाफ भोपाल लोकसभा सीट से साध्वी प्रज्ञा सिंह को उम्मीदवार बनाया तब से ही कांग्रेस की ओर से लगातार साध्वी पर हमला किया जा रहा है। रविवार को साध्वी को लेकर जब पत्रकारों से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सवाल पूछा तो उन्होंने उक्त बातें कही।
बता दें कि साध्वी को भाजपा ने जब से भोपाल से उम्मीदवार बनाया तब से ही भगवा और हिंदुत्व के मान पर कांग्रेस, खासकर दिग्विजय सिंह पर निशाना साध रही हैं। कुछ दिन पहले ही साध्वी ने मुंबई एटीएस के प्रमुख हेमंत करकरे पर विवादित बयान देकर सियासी बवाल खड़ा कर दिया था। बाद में साध्वी के बयान से भाजपा ने भी किनारा कर लिया था। हालांकि साध्वी ने भी उक्त बयान को लेकर खेद जताया था और कहा वह मेरी निजी पीड़ा थी।
इधर, शनिवार को भी साध्वी ने अयोध्या के विवादित ढांचे को लेकर भी विवादित बयान दे दिया। साध्वी ने कहा था कि अयोध्या में मैं बाबरी मस्जिद का ढांचा तोड़ा था और मैं उसे गिराने गई थी। उन्होंने बाबरी के विवादित ढ़ांचे को लेकर कहा कि काहे का विवादित ढ़ांचा, वहां मेरे रामजी का मंदिर था और मैं वहां भव्य मंदिर का निर्माण कराने जाऊंगी। राम ही मेरे आदर्श हैं और राम ही मेरी भक्ति हैं। साध्वी के इस बयान पर चुनाव आयोग ने नोटिस भेजकर उनसे 24 घंटे के अंदर जवाब मांगा है।