scriptछोला दशहरा का चार साल से स्वीकृत  14 करोड़ का बजट, हाल बद से बदत्तर | Chhola Dussehra's budget of 14 crores approved for four years, recent | Patrika News

छोला दशहरा का चार साल से स्वीकृत  14 करोड़ का बजट, हाल बद से बदत्तर

locationभोपालPublished: Oct 05, 2019 11:08:16 am

-२०१४-१५ में स्वीकृत हुए १४ करोड़, हर साल होना था दो करोड़ का काम, ड्रेनेज व्यवस्था के अभाव में दल-दल का रुप ले चुका मैदान।

छोला दशहरा का चार साल से स्वीकृत  14 करोड़ का बजट, हाल बद से बदत्तर

छोला दशहरा का चार साल से स्वीकृत  14 करोड़ का बजट, हाल बद से बदत्तर

भोपाल। शहर का पहला सवा सौ साल से अधिक पुराना छोला दशहरा के विकास को लेकर चार साल पहले १४ करोड़ रुपए स्वीकृत हो चुका है। निगम ने भी हर साल इस पर दो करोड़ रुपए की लागत से इसका विकास स्टेडियम के रूप में होना है। बताया गया कि २ अक्टूबर २०१५ तात्कानिल मुख्यमंत्री ने इसका भूमिपूजन भी किया,लेकिन विकास कार्य शुरू नहीं किया गया। जिसमें चार करोड़ रुपए लेब्स भी हो चुका है। मैदान का स्थिति ये है कि मैदान इस बार की बारिश में मेंटेनेंस के अभाव में पिछले साल से भी अधिक जर्जर हो गया है।
मैदान में कीचड़ दलदल का रूप तो ले चुका है। पीडब्ल्यूडी ने सड़क निर्माण के लिए मजदूरों के शेड भी बना दिए गए। उनकी निर्माण सामग्री भी यहीं पटकी हुई है। इसे लेकर हिंदू उत्सव समिति के पूर्व अध्यक्ष ने तीन माह पहले मैदान को दुरुस्त करने के लिए शासन को लिखित शिकायत भी की हुई है। दो दिन बाद नवरात्रि पर्व शुरू हो रहा है। शहर का सबसे पुराना व पहला दशहरा उत्सव इसी मैदान में होना है, जिसमें अतिक्रमण, दलदल में तब्दील हो चुके मैदान की समय पर मरम्मत को लेकर रोष बढऩे लगा है।

न्यू मार्केट दशहरा मैदान में इस बार स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का काम चलने के कारण मैदान मिलने पर ग्रहण पहले ही लग गया है। इसे लेकर वहां की समिति के निरंतर प्रयास के बाद मैदान के पास की एक स्कूल के मैदान की जगह टेम्प्रेरी रूप से स्वीकृत की गई है,लेकिन छोला दशहरा मैदान तो नवाब सुल्तानजहां बेगम के कार्यालय में १८९२ से दशहरा उत्सव के लिए मिलता रहा है। मैदान के चारों और घनी आबादी ही नहीं है, बल्कि मैदान का काफी हिस्से में अतिक्रमण कर मैदान का रूप पहले ही कम हो चुका है। अब इसकी बाउंड्री के अंदर कब्जा होता जा रहा है।

इनका कहना

-मेरे कार्याकाल में 14 करोड़ का बजट स्वीकृत हुआ। दो अक्टूबर 2015 में भूमिपूजन भी किया गया,लेकिन विकास तो दूर मेंटेनेंस पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। चार करोड़ तो मेरे कार्यकाल में काम नहीं होने से लेब्स हो चुके हैं। दूसरे अध्यक्ष ने भी इस दिशा में काम नहीं किया। तीन माह पहले से इसे दशहरा उत्सव को लेकर मैदान व्यवस्थित करने की मांग कर रहे है। -नारायण सिंह कुशवाह, पूर्व अध्यक्ष, श्री हिंदू उत्सव समिति

-मैदान की व्यवस्था के लिए प्रशासन को अवगत करा दिया गया है। ये सहीं है कि दो तीन दिन में मैदान को आयोजन के हिसाब से दुरुस्त करना मुश्किल होगा। इसके लिए पहले से काम करना पड़ेगा।
– कैलाश बेगवनी, अध्यक्ष,श्री हिंदू उत्सव समिति
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