1. किसानों पर रहेगा मुख्यमंत्री फोकस
विधायक पद की शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी कदमों के साथ प्रदेश के किसानों को खुशहाल बनाना है। आज 70% से अधिक लोग कृषि व्यवस्था से जुड़े हैं। कृषि व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है। किसानों के सम्मान को बढ़ाना, उन्हें उनकी उपज का सही दाम दिलाना, उन्हें आत्मनिर्भर व कर्ज मुक्त बनाना, हमारा पहला लक्ष्य है। दूसरा हमारा प्रमुख लक्ष्य नौजवानों को रोजगार उपलब्ध कराना है। नौजवानों का भविष्य कैसे सुरक्षित हो।
2. दुष्कर्म मामले में मुख्यमंत्री ने ये कहा
भोपाल में मासूम बच्ची पर हुए दुष्कर्म की घटना की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि भोपाल सहित प्रदेश के अन्य स्थानों पर मासूमों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं बेहद दुखद है। भोपाल की घटना का आरोपी पकड़ा गया है। हम 48 घंटे में चार्जशीट दाखिल करेंगे। हमारी कोशिश होगी कि 1 माह के अंदर आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिले। पुलिस प्रशासन को को निर्देश दिए हैं कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े से कड़े कदम उठाए जाएं। किसी को बख़्शा नहीं जाये।
3. जल संकट 15 साल की लापरवाही
प्रदेश में व्याप्त जल संकट के पीछे उन्होंने कहा कि यह 15 वर्ष की भाजपा सरकार की लापरवाही का परिणाम है।उन्होंने 15 वर्ष में जल संकट से निपटने के लिए ना कोई योजनाएं बनाई ,ना काम किया। उसी का यह नतीजा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात पर कहा कि हां मैंने उनसे प्रदेश हित पर कई योजनाओं को लेकर बात की है। उन्होंने सकारात्मक रवैया अपनाते हुए कहा है कि प्रदेश हित के सारे काम प्राथमिकता से पूरे किए जाएंगे। मेरी उनसे अगले चार-पांच दिनों बाद उनसे फिर एक मुलाकात है। फिर प्रदेश के कई मुद्दों पर उनसे बात करूंगा।
4. परिजन को मिलेगा 5 लाख की मदद
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भोपाल व उज्जैन की दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों को सरकार की तरफ से पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। भोपाल की दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों को सरकार की ओर सहायता राशि सौपने के मंत्री आरिफ अकील और मंत्री पीसी शर्मा को उन्होंने निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि जबलपुर की दुष्कर्म पीड़िता मासूम बालिका का इलाज का खर्च सरकार उठायेगी।