सीएम शिवराजसिंह रात 1.30 बजे नसरुल्ला गंज से लौटे और सुबह 6.30 बजे बैठक लेने बैठ गए। बैठक में उन्होंने अफसरों से कहा कि वे केवल अच्छी पिक्चर ही न दिखाएं, मैदानी स्तर की समस्याओं की भी जानकारी भी दें। इतना ही नहीं, सीएम ने पेयजल को लेकर अधिकारियों को कई निर्देश देकर उन पर वर्कआउट कर शाम तक एक्शन प्लान भी मांग लिया।
इस अहम बैठक में पीएचई के एसीएस मलय श्रीवास्तव, जल निगम के एमडी तेजस्वी नायक, पीएस टू सीएम मनीष रस्तोगी, भोपाल कमिश्नर गुलशन बामरा, सीहोर कलेक्टर सहित कई संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि सीहोर जिले के ग्राम चंदेरी में बिजली-पानी की समस्या से परेशान महिलाओं ने प्रदर्शन किया था। इस पर एक्शन लेते हुए सीएम ने सुबह—सुबह ही बैठक बुलाकर अफसरों को हड़का दिया। जानकारी के अनुसार सीहोर जिले के चंदेरी, बिलकिसगंज, कोलार डैम, बरखेड़ी सहित करीब 67 गांवों में बिजली के अभाव में पानी का संकट खड़ा हो गया है। लाइट न होने से इन गांवों के लोग अंधेरे में ही जी रहे हैं।
सीएम ने दिए ये निर्देश -
— समस्याग्रस्त गांवों में टेम्पररी राहत के साथ ही स्थायी समाधान के प्रयास करें
— वोल्टेज प्रॉब्लम के कारण पानी नही देना बेहद चिंताजनक है। विद्युत विभाग से समन्वय कर तुरंत जल उपलब्ध कराएं।
— लो प्रेशर बिजली के कारण टंकियों में पानी नहीं भर पाने जैसी समस्याओं को चिन्हित कर तत्काल समाधान करें।
— समस्याग्रस्त गांवों में टेम्पररी राहत के साथ ही स्थायी समाधान के प्रयास करें
— वोल्टेज प्रॉब्लम के कारण पानी नही देना बेहद चिंताजनक है। विद्युत विभाग से समन्वय कर तुरंत जल उपलब्ध कराएं।
— लो प्रेशर बिजली के कारण टंकियों में पानी नहीं भर पाने जैसी समस्याओं को चिन्हित कर तत्काल समाधान करें।