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बच्चे योग, प्राणायाम, ध्यान के साथ सीख रहे हैं नैतिक शिक्षा का पाठ

locationभोपालPublished: Jan 21, 2022 01:25:03 am

Submitted by:

Rohit verma

यत्री शक्तिपीठ द्वारा शहर में कई स्थानों पर चलाई जा रही बाल संस्कार शालाएं

बच्चे योग, प्राणायाम, ध्यान के साथ सीख रहे हैं नैतिक शिक्षा का पाठ

बच्चे योग, प्राणायाम, ध्यान के साथ सीख रहे हैं नैतिक शिक्षा का पाठ

भोपाल. आज के बच्चे कल का भविष्य हैं। बच्चों में अगर अच्छे संस्कार आएंगे तो देश, समाज का भविष्य भी अच्छा होगा। इसके लिए गायत्री शक्तिपीठ की ओर से पहल की जा रही है। गायत्री शक्तिपीठ की ओर से सप्ताह में एक दिन बाल संस्कार शाला का संचालन किया जा रहा है। इसमें बच्चों को नैतिक शिक्षा दी जा रही है। कई बच्चे इन शालाओं में शिक्षा ग्रहण कर अपना जीवन सवार रहे हैं।
बच्चों सहित युवा पीढ़ी को शाकाहार,सदाचार,नैतिक शिक्षा के साथ भारतीय सिंद्धान्तों का बीजारोपण करने के मुख्य उद्देश्य को लेकर गायत्री शक्तिपीठ की ओर से बाल संस्कार शालाओं का संचालन किया जा रहा है। यह शाला सप्ताह में एक दिन शनिवार अथवा रविवार को लगाई जाती है। इसमें बच्चों को बड़ों का आदर करना, नैतिक शिक्षा, जीवन जीने की कला, योग प्राणायाम, ध्यान आदि कराया जाता है।
इसे जीवन विद्या का नाम दिया है। शहर में वर्तमान में 10 से अधिक स्थानों पर इन शालाओं का संचालन किया जा रहा है। यह शाला पूरी तरह नि:शुल्क है। शनिवार अथवा रविवार को दो घंटे यह शाला लगाई जाती है। इसके पीछे उद्देश्य यहीं है कि बच्चे हमारी भारतीय संस्कृति को जाने और उसे जीवन में उतारे।
ऑनलाइन भी किया जा रहा संचालन
गायत्री प्रज्ञापीठ बरखेड़ा और बाल संस्कार शाला के संचालक मुकेश साहू ने बताया कि कोरोना काल के पहले हमारे द्वारा 100 से अधिक शालाओं का संचालन किया जाता था, लेकिन कोरोना के कारण कई स्थानों पर कक्षाओं का संचालन नहीं हो पा रहा है। वर्तमान में 12 स्थानों पर कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है, इसी प्रकार कुछ कक्षाएं ऑनलाइन संचालित कर रहे हैं। आने वाले दिनों में फिर से कक्षाओं का संचालन किया जाएगा। इन कक्षाओं में बच्चों को नैतिक शिक्षा दी जाती है, साथ ही यह बताया जाता है कि सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक हमारा जीवन क्रम कैसे हो, हमारी दिनचर्या किस तरह हो।
पुजारी संघ: संस्कार दिवस के रूप में मनाएगा स्थापना दिवस
मप्र संत पुजारी संघ का प्रतिवर्ष स्थापना दिवस संस्कार उत्सव के रूप में शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस बार कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए संक्षिप्त रूप में आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर 16 संस्कारों को लेकर चर्चा होगी। कार्यक्रम का आयोजन मां सिद्धेश्वरी दुर्गा मंदिर साऊथ टीटी नगर में दोपहर 1 बजे से आयोजित किया जाएगा। इस मौके पर संघ के पदाधिकारी मानवता के कल्याण के लिए 108 हनुमान चालीसा के पाठ करेंगे और प्रमुख रूप से कर्मकांडी ब्राह्मण मंदिरों के पुजारी जो महामारी से जिनका निधन हो गया है उनके परिवार की आर्थिक मदद करेंगे। ऐसे अब तक 5 परिवार चिन्हित किए हैं।

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