भोपालPublished: Jul 13, 2023 07:13:45 pm
Roopesh Kumar Mishra
- बच्चों के साथ परिजनों की भी एक्सपर्ट करेंगे काउंसलिंग
भोपाल@ बच्चों में फोन की लत का होना स्वाभाविक है। और इसके लिए काफी हद तक परिजन भी जिम्मेदार है। क्योंकि जब बच्चा रोता है तो उसे चुप करवाने के लिए परिजन फोन में गेम चलाकर उसे दे देते हैं। लेकिन उसे चुप कराने की ये आदत कब बच्चों की लत बन जाती है इसका अहसास परिजनों को भी नहीं होता है। दरअसल कोरोनाकाल के ऐसे मामलों में वृद्धी हुई है। और हैरानी की बात ये है कि जब बाद में परिजन बच्चों के ज्यादा फोन इस्तेमाल पर पाबंदी लगाते हैं तो बच्चे आत्महत्या जैसे आत्मघाती कदम तक उठाने को तैयार हो जाते हैं। ऐसे बढ़ते मामलों को लेकर बाल आयोग ने चिंता प्रकट करते हुए एक पॉलिसी बनाने का निर्णय लिया है। जिसको लेकर एक्सपर्ट से लगातार मंथन चल रहा है।