शक्रवार को राज्यसभा में एनआईए को अधिक शक्तियां देने वाली UAPA संशोधन बिल पर चर्चा हो रही थी। चर्चा के दौरान दिग्विजय सिंह की बोलने की बारी आई। तो उन्होंने सदन में कहा कि आपकी प्रतिनिधि नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहती हैं। हमलोगों को आपकी नियत पर भरोसा नहीं है माननीय गृहमंत्री जी। अब अर्बन नक्सलिजम की एक बात आ गई है। उसमें मेरा नाम भी जोड़ा गया।
मेरा नंबर है उनके पास
दिग्विजय सिंह ने कहा कि मेरा नाम जोड़ लोगों ने कहा कि इनका फोन नंबर उनके पास था। मेरा फोन नंबर राज्यसभा के वेबसाइट पर था। अमित शाह से दिग्विजय सिंह ने मजकिया लहजे में कहा कि मुझे भरोसा है आप पर, सबसे पहले आप मेरा ही नाम उसमें डालेंगे। इनलोगों ने कहा था कि नोटबंदी कर आपलोगों ने कहा था कि आतंक का खात्मा हो जाएगा। लेकिन उसके तुरंत बाद आतंकियों के पास से कड़कड़ाते हुए नोट मिले। इसलिए आपलोगों के नियत पर यकीन है। इसीलिए हमलोग इस बिल पर आपत्ति जता रहे हैं।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि मेरा नाम जोड़ लोगों ने कहा कि इनका फोन नंबर उनके पास था। मेरा फोन नंबर राज्यसभा के वेबसाइट पर था। अमित शाह से दिग्विजय सिंह ने मजकिया लहजे में कहा कि मुझे भरोसा है आप पर, सबसे पहले आप मेरा ही नाम उसमें डालेंगे। इनलोगों ने कहा था कि नोटबंदी कर आपलोगों ने कहा था कि आतंक का खात्मा हो जाएगा। लेकिन उसके तुरंत बाद आतंकियों के पास से कड़कड़ाते हुए नोट मिले। इसलिए आपलोगों के नियत पर यकीन है। इसीलिए हमलोग इस बिल पर आपत्ति जता रहे हैं।
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इसके साथ ही राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने नेताओं की सुरक्षा में कटौती को लेकर भी सवाल उठाया। उन्होंने अमित शाह से कहा कि आप जिस कुर्सी पर बैठे हैं, उस कुर्सी पर सरदार वल्लभ भाई पटेल भी बैठे थे। उन्होंने स्टेट्समैन की तरह काम किया था। आप भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष भी हैं। आप छोड़िए नड्डा जी की ताजपोशी कर दीजिए। दिग्विजय सिंह ने कहा कि गृह मंत्री के रूप में अमित शाह जी राजनैतिक रूप से काम कर रहे हैं। आपकी विचारधारा की बुनियाद बांटने वाली है।
इसके साथ ही राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने नेताओं की सुरक्षा में कटौती को लेकर भी सवाल उठाया। उन्होंने अमित शाह से कहा कि आप जिस कुर्सी पर बैठे हैं, उस कुर्सी पर सरदार वल्लभ भाई पटेल भी बैठे थे। उन्होंने स्टेट्समैन की तरह काम किया था। आप भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष भी हैं। आप छोड़िए नड्डा जी की ताजपोशी कर दीजिए। दिग्विजय सिंह ने कहा कि गृह मंत्री के रूप में अमित शाह जी राजनैतिक रूप से काम कर रहे हैं। आपकी विचारधारा की बुनियाद बांटने वाली है।
अमित शाह ने दिया करारा जवाब
उसके बाद गृह मंत्री अमित शाह की बोलने की बारी आई। उन्होंने कहा कि माननीय सदस्य कांग्रेस दिग्विजय सिंह जी आपके गुस्से को मैं समझ सकता हूं, क्योंकि आप अभी-अभी चुनाव हार कर आए हैं। तो स्वभाविक रूप से गुस्सा पड़ा होगा तो यहां निकलना भी चाहिए। उसके बाद दिग्विजय सिंह ने उन्हें टोका। तो अमित शाह ने कहा कि जब आप बोल रहे थे तो मैंने आपको टोका। मैं तो सभापति महोदय को बोल रहा हूं।
उसके बाद गृह मंत्री अमित शाह की बोलने की बारी आई। उन्होंने कहा कि माननीय सदस्य कांग्रेस दिग्विजय सिंह जी आपके गुस्से को मैं समझ सकता हूं, क्योंकि आप अभी-अभी चुनाव हार कर आए हैं। तो स्वभाविक रूप से गुस्सा पड़ा होगा तो यहां निकलना भी चाहिए। उसके बाद दिग्विजय सिंह ने उन्हें टोका। तो अमित शाह ने कहा कि जब आप बोल रहे थे तो मैंने आपको टोका। मैं तो सभापति महोदय को बोल रहा हूं।
इसे भी पढ़ें: unnao rape case: उन्नाव दुष्कर्म पीड़ित परिवार से अपील- यूपी छोड़ों और एमपी में रहों, सरकार करेगी पूरी मदद बीच में टोका-टोकी से खफा अमित शाह ने सभापति से कहा कि मैंने उनको नहीं टोका। आपने सभापति के माध्यम से कहा है तो मैं जवाब तो दूंगा। आपका सदन का लंबा अनुभव है। इस तरह से बात नहीं होती है। मैंने आपको सीधा एड्रेस नहीं किया। मैं आपको सभापति महोदय के माध्यम से ही एड्रेस कर रहा हूं। ऐसे में मुझे जवाब तो देना ही पड़ेगा। और आपको सुनना भी पड़ेगा। उसके बाद अमित शाह ने आगे अपनी बात रखी।