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जर्जर हो चुके स्कूल के 10 कमरों में लग रहीं 12 वीं तक की कक्षाएं

locationभोपालPublished: Jul 07, 2018 07:22:18 am

Submitted by:

Bharat pandey

वार्ड 26 स्थित सूरज नगर शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल के नहीं बदले हालात

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Classes up to 12th in 10 rooms

सूरज नगर। सर्व शिक्षा अभियान के तहत राज्य एवं केंद्र सरकार भवन विहीन स्कूलों के भवन बनाने में करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, लेकिन जर्जर हो चुके भवनों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वार्ड 26 स्थित सूरज नगर शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल में 10 कमरे हैं और ये सभी जर्जर हालत में है। छतों और दीवारों से प्लास्टर उखड़ रहा है। शिक्षकों ने बताया कि विद्यार्थी स्कूल में जमीन पर बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। बारिश होते ही पूरे परिसर और कमरों में पानी भर जाता है। इससे विद्यार्थियों के बैठने तक की जगह नहीें बचती।

अब तक स्कूल को नहीं मिल सकी खुद की बिल्डिंग
सूरज नगर स्थित यह स्कूल पहले प्राथामिक शाला तक था। वर्ष 2003 में इसको माध्यमिक, 2013 में हाईस्कूल और 2018 में हायर सेकेंडी कर दिया गया। तब से लेकर आज तक इस स्कूल को खुद की बिल्डिग़ नहीं मिल सकी है। शिक्षकों के मुताबिक जब इस स्कूल की शुरूआत हुई थी तब भी 10 कमरे थे और आज 12 वीं तक होने के बाद भी 10 ही कमरे हैं। कमरों की संख्या नहीं बढऩे से स्टूडेंट को किसी क्लास में बैठाए समझ में नहीं आता।

कमरों से टपकता है पानी, मरम्मत पर ध्यान नहीं
मानसून इस स्कूल के लिए आफत से कम नहीं है। शिक्षक बताते है कि कमरों में पानी टपकता है, इस कराण बारिश में यहां पढ़ाई मुश्किल हो जाती है।भवन की मरम्मत के लिए कई बार स्कूल शिक्षा विभाग को पत्र लिखा, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। 5 जुलाई को भी स्कूल में बारिश का पानी भर गया था। अपदा प्रबधन के अधिकारियों ने अस्थाई नाली बनाकर जलभराव से निजात दिलाई।
750 विद्यार्थी हैं स्कूल में
इस स्कूल में करीब 750 स्टूडेंट पढ़ाई करने के लिए आते हैं। आसपास क्षेत्र का एक मात्र हायर सेकेंडरी स्कूल होने के कारण प्रतिवर्ष स्टूडेंट की संख्या बढ़ रही हैं। 10 वीं क्लास में अलग अलग सेक्शन होने के कारण स्टूडेंट के बैठने की सुविधा नहीं मिल पा रही हैं।
अधिकारी ने कहा
सूरज नगर शासकीय स्कूल की नई बिल्डिंग के प्रस्ताव के लिए फाइल भेजी गई हैं। बजट मिलते ही जगह चिन्हित कर नए भवन का निर्माण करवाया जाएगा।
धमेन्द्र शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी

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