बाजार मे ई-एंबुलेंस देख व्यापारियों को लगा कि इलेक्ट्रॉनिक कचरा इक_ा किया जा रहा है, लेकिन बाद में स्थिति साफ हुई और टीम के सदस्यों ने निरीक्षण के बाद फीडबैक लिए। अलग-अलग निरीक्षण टीमों ने रविवार को 75 प्वॉइंट्स पर सफाई व्यवस्था देखी। दिल्ली से ऑनलाइन मिल रहे निरीक्षण प्वॉइंट्स की तस्वीरें लेने के बाद जरूरी तथ्य दर्ज करने के बाद इन्हें सबमिट किए गए। एक प्वॉइंट की डीटेल सबमिट करने के बाद टीम को दूसरी लोकेशन दी गई। निरीक्षण टीम ने न्यू मार्केट, दस नंबर, छह नंबर और 12 नंबर स्टॉप के बाजारों और आसपास के क्षेत्रों का तय प्वॉइंट्स के हिसाब से स्थिति देखी।
आरिफ नगर कचरा ट्रांसफर स्टेशन का निरीक्षण
एक सर्वे टीम आरिफ नगर स्थित वेस्ट ट्रांसफर स्टेशन पहुंची। यहां मैजिक वाहनों से लाए जा रहे कचरे और उसके सेग्रिगेशन के साथ ही कंप्रेस होने की प्रकिया देखी। यहां गीले कचरे के लिए बनाए गए गैस प्लांट का निरीक्षण किया। प्लांट की फोटो अपलोड की गईं। मालूम हो कि नगर निगम प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि सर्वे टीम से दूरी बनाए रखें। टीम के सदस्य जितना पूछें उतना ही जवाब दिया जाए। टीम के वाहन का पीछा न करें।
निरीक्षण टीम पर भी उठ रहे सवाल
दिल्ली से आई निरीक्षण टीम एक एजेंसी ने तय की है। टीम के सभी सदस्य युवा प्रोफेशनल्स हैं। सवाल उठ रहे हैं कि शहर में घूमने के लिए इन्हें ऑटो और बाइक किसने मुहैया कराईं। यदि ये वाहन निगम ने उपलब्ध कराए हैं तो ये सर्वेक्षण के लिए तय नियमों के विरुद्ध है। रविवार को भी टीम के सदस्य नगर निगम की ई-वेस्ट कलेक्ट करने वाली गाड़ी से शहर में घूमे।
दो तरह से हो रहा सर्वे
टीमें दो तरह से सर्वे कर रही हैं। एक ऑब्जर्वेशन और दूसरा फीडबैक। ऑब्जर्वेशन के तहत टीम के सदस्य तय प्वॉइंट पर स्थिति का अवलोकन करते हैं। संबंधित स्थानों के फोटो ऑनलाइन सॉफ्टवेयर के जरिये सबमिट किए जाते हैं। फीडबैक के लिए अलग टीम है, जो वार्डों में जाकर लोगों से बात कर रही है।