– मंडला : निकाय से अनुबंधित कोई बस नहीं
यहां 78 निजी बसें हैं। मंडला-जबलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के पिछले तीन साल से जर्जर होने के कारण यहां पर चलने वाली बसों की संख्या दिनों दिन कम होती जा रही है। इसी मार्ग पर सबसे अधिक यात्री परेशान हो रहे हैं। हालांकि, अभी सभी बसें बंद हैं।
– कटनी : भाजपा विधायक और कांग्रेस नेता की बसें
यहां 250 से अधिक निजी बसें हैं। नगर निगम ने पांच साल पहले सिटी बस चलाने की योजना बनाई थी, लेकिन धरातल पर नहीं आ सकी। यहां बहोरीबंद से भाजपा विधायक प्रणय पांडेय की बसें कटनी जिले में चलती रहीं। कांग्रेस नेता विजेंद्र मिश्रा और नेता अनिल तिवारी की बसें जिले में चलती रहीं। कटनी से एनकेजे, देवरीहटाई से बड़वारा मार्ग में निजी बस ऑपरेटर घाटे का रूट बताकर बसें नहीं चलाते हैं। ग्रामीणों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कटनी से बिलहरी होते हुए बहोरीबंद मार्ग पर जरूरत के अनुरूप बसें नहीं होने से ग्रामीणों को आवागमन में परेशान होना पड़ रहा है। निवार से पौनिया, पडरभटा, सरसवाही, मटवारा, बंधी से पान उमरिया मार्ग पर इक्का-दुक्का बसें चलने से आवागमन के लिए ग्रामीणों को परेशानी होती है।
– बालाघाट : 14 ऑपरेटर की 130 बसें
यहां 14 बस ऑपरेटरों की 130 निजी यात्री बसें हैं। तीन महीने पूर्व ऑनलाइन टिकिट बुक कराए जाने पर 50 से 90 रुपए तक अधिक वसूल किए जाने की शिकायत पवन ट्रैवल्स के विरुद्ध की गई थीं। बाद में किराया कम हुआ। अभी यह परिवहन भी बंद है।