सीएम का कहना है कि आर्थिक गतिविधियां नहीं रूकनी चाहिए, किसी का गरीब का काम धंधा प्रभावित नहीं हो, यह सुनिश्चित करते हुए हमें तीसरी लहर का जनता के सहयोग से मुकाबला करना है।
सीएम ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जितने भी निजी कोविड सेंटर बनाए गए थे, उनकी भी व्यवस्थाएं सुचारू कर दी जाए।कोरोना की रोकथाम के लिए हमें जांच की संख्या बढ़ाना है। पीडि़त व्यक्ति के कम से कम 30 कांटेक्ट ट्रेसिंग अवश्य करना है। अस्पताल, दवाई, उपकरण, ऑक्सीजन की लाइन सहित सभी व्यवस्थाएं एक बार अवश्य जांच लें और दुरुस्त रखें।
गुरुवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, मध्यप्रदेश में कई महीनों बाद कोरोना के 30 नए केस मिले हैं। वहीं इंदौर में 13 नए मामले सामने आए है। अमरीका से लौटे दो लोगों में भी कोविड की पुष्टि हुई है। यदि पूरी दुनिया का अनुभव देखें तो ओमिक्रॉन तेजी से फैलता है। इस आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता कि प्रदेश में भी ओमिक्रॉन के केस जल्द ही आ जाएं। हमें तीसरी लहर को रोकना है, इसलिए नाइट कफ्र्यू लागू किया है। इंदौर में भी कलेक्टर ने धारा 144 लागू कर दी है।
सीएम ने कहा कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें, वैक्सीन का डोज लगवाएं, स्कूल में बच्चे 50 प्रतिशत की संख्या में ही जाएंगे, स्कूल कॉलेज, होस्टल के प्राचार्य, शिक्षक और स्टॉफ अनिवार्य रूप से वैक्सीन लगवाएं।
इंदौर शहर के लिए गंभीर खतरा है कि 15 जनवरी के बाद कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। यह आशंका कलेक्टर मनीष सिंह ने गुरुवार को अस्पताल संचालकों और अधिकारियों की बैठक में जताई। कुछ अस्पताल संचालकों को फटकार लगाते हुए एक सप्ताह में ऑक्सीजन प्लांट तैयार कर रिपोर्ट देने कहा।
सीएम ने कहा महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली में एक सप्ताह से कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, यहां से मध्यप्रदेश में आनाजाना बना रहता है, इसलिए सतर्क रहें।