राज्यपाल से मुलाकात के पहले मुख्यमंत्री चौहान ने मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलों के सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों और राजनीतिक प्रतिनिधियों, प्रशासन के अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना महामारी का संकट बड़ा है, पर हमारा हौसला उससे भी बड़ा है। कोरोना वायरस के संकट को समाप्त करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस संकट से निपटने में सरकार कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी। लोगों की मदद करने के लिये सरकार के साथ समाज भी आगे आया है। स्वयं सेवी संगठन, धार्मिक संगठन, औद्योगिक इकाइयां आदि मदद के लिए आए हैं। यह प्रसन्नता की बात है। सभी कलेक्टर इनसे समन्वय कर जनता की मदद का कार्य अनवरत जारी रखें।
मुख्यमंत्री ने बताया कि खाद्य सामग्री, दवाइयों एवं अन्य सामग्री लाने-ले-जाने वाले वाहनों पर कोई रोक नहीं है। उन्होंने निर्देश दिए कि दवाओं और किराना दुकानों के खुलने पर कोई रोक नहीं है। चाहे ग्राम हो या शहर, कलेक्टर इनका खुलना सुनिश्चित करें। कोरोना के लिए दी जाने वाली सहायता मुख्यमंत्री राहत कोष में दें।